कई बार ऐसा होता है कि पति की अपनी पत्नी से पटरी नहीं खाती और दोनों में मनमुटाव चलता रहता हैं वो भी अकारण। अगर दिन-रात घर में कलेश की स्थिति बनी रहती हैं तो उसका एक कारण हो सकता हैं आपके बेडरूम का वास्तुदोष। बेडरूम घर का विशेष हिस्सा होता हैं। घर बनाते समय बेडरूम को पूरी तरह से वास्तु संगत बनाने की आवश्यकता होती हैं क्योंकी बेडरूम शादीशुदा जिंदगी से जुड़ा महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसलिए आज हम लेकर आये हैं बेडरूम से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स। आइये जानते हैं।
* बेडरूम की सबसे इर्म्पोटेंट चीज है पलंग। वास्तु के अनुसार पलंग दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। पलंग को दक्षिण दिशा की दीवार के साथ होना चाहिए। सोते समय सिर दक्षिण की ओर और पैर उत्तर में होने चाहिए। ध्यान रहे पलंग दीवार के एकदम बीच में होना चाहिए। यही पलंग की बेडरूम में एकदम सही दिशा है।
* बेडरूम में खिड़की अवश्य होना चाहिए। सुबह की किरणें बेडरूम में प्रवेश करने से स्वास्थ्य बेहतर रहता है। कभी भी मुख्य द्वार की ओर पैर करके न सोएं। पलंग के सामने दर्पण नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से आप सदैव व्याकुल व परेशान रहेंगे।
* पलंग को कमरे में इस प्रकार रखें कि दोनों तरफ से पलंग को काम में लाया जा सके। पलंग को एकतरफ दीवार से सटाकर न रखें, क्योंकि दीवार से लगा पलंग पति-पत्नी के बीच दूरी बढ़ाता है, दोनों को एक साथ रहने में विघ्न पैदा करता है।
* पलंग में सामान रखने की जगह हो तो उसमें फालतू के सामान न भरिए। पलंग के नीचे भी कोई सामान न रखें। पलंग के नीचे अव्यवस्थित पड़ा हुआ फालतू सामान पति-पत्नी के मध्य क्लेश का कारण बन जाता है।
* आपसी प्यार और बेडरूम की ख़ूबसूरती के लिए मनी प्लांट्स भी लगाए जाते हैं। ये शुक्र के कारक हैं। मनी प्लांट लगाने से पति-पत्नी के संबंध मधुर होते हैं।
* वास्तु के अनुसार हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोएं, ताकि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के अनुसार आप दीर्घायु और गहरी नींद प्राप्त कर सकें आरामदायक व भरपूर नींद से दांपत्य जीवन अधिक सुखद बनता है।
* शयन कक्ष में बहते पानी की तस्वीरें (बहती नदी या झरना), नुकीले बर्फ के पहाड़ अथवा एक्वेरियम कभी मत रखिए। इससे भी तनाव बढ़ जाता है।
* शयन कक्ष में पलंग के ऊपर किसी तरह का बीम, टॉड, लेन्टर्न अथवा गर्डर आदि नहीं होनी चाहिए, इससे दिमागी तनाव बढ़ता है।
* बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल कभी भी खिड़की के सामने न रखें क्योंकि खिड़की से आने वाला प्रकाश परावर्तित होने के कारण परेशानी उत्पन्न करेगा। पलंग के सामने खिड़की न होकर ठोस दीवार होना चाहिए। बेडरूम में फर्नीचर धनुषाकार, अर्धचन्द्राकार या वृत्ताकार नहीं होने चाहिए, इससे घर के सदस्यों का स्वास्थ्य बिगड़ा रहेगा।
* बेडरूम के दरवाजे की बात करें, तो वास्तु के अनुसार दरवाजा कभी भी बेड के सामने नहीं खुलना चाहिए। दरवाजे हमेशा अंदर की ओर ही खुलने चाहिए। इससे पॉजीटीव एनर्जी घर में आती है। दरवाजा हमेशा पूर्व में होना चाहिए। वास्तु में गोल शेप वाले दरवाजों को अशुभ माना जाता है। दरवाजे हमेशा चकोर होने चाहिएं।