इस कोरोनाकाल में देखा जा रहा हैं कि सभी के घरों में माहौल नकारात्मक बना हुआ हैं और चिंता-तनाव बढ़ता जा रहा हैं। हर दिन मिलने वाले बुरे समाचारों से आसपास का वातावरण परेशानी खड़ा कर रहा हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि आध्यात्म की मदद ली जाए और नेगेटिविटी दूर कर जीवन को खुशियों से भरा जाए। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपको वास्तु में बताए गए मुख्य द्वार से जुड़े कुछ उपायों की जानकारी देने जा रहे हैं जो जीवन को खुशियों से भरने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
रोजाना करें यह काम
वास्तु के अनुसार आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश मुख्य द्वार से ही घर में होता है। इसलिए इस स्थान का साफ-सुथरा होना बेहद जरूरी होता है। घर के सदस्यों को चाहिए कि रोजाना सुबह नींद से जागने के बाद सबसे पहले मुख्य द्वार पर झाड़ू लगाएं। ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है और हर प्रकार की नेगेटिविटी दूर होती है।
स्वास्तिक से चमकेगी किस्मत
घर के स्वामी को या फिर घर के सबसे बड़े बेटे को पूजापाठ करने के बाद ऑफिस जाने से पहले घर के मुख्य द्वार पर रोजाना दोनों ओर स्वास्तिक बनाना चाहिए और उस स्वास्तिक को रोजाना धूपबत्ती भी दिखानी चाहिए। ऐसा करने से आपके घर की हर बुरी नजर से रक्षा होती है और नकारात्मकता का नाश होता है।
स्नान के बाद करें ऐसा
स्नान करने के बाद भगवान के मंदिर में धूप और दीप करने के बाद घर के मुख्य द्वार पर रोजाना हल्दी वाले पानी की छींटें मारें और दरवाजे के दोनों ओर थोड़ा-थोड़ा स्वच्छ जल प्रवाहित करें। ऐसा करने से आपके मन को सुकून प्राप्त होता और पॉजिटिव वाइव्स आपके घर की तरफ आकर्षित होती हैं।
शाम को करें ऐसा
शाम के वक्त घर की महिलाओं को मंदिर में दीया जलाने के बाद एक दीया जलाकर मुख्य द्वार पर भी जरूर रखना चाहिए। वास्तु में ऐसा माना जाता है कि मुख्य द्वार को रोशन करने से मां लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश करती हैं और उनके आशीर्वाद से घर में पॉजिटिव एनर्जी के साथ ही धन समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। दीपक जलाने के साथ इस मंत्र का जप करें।
इस दोष को तुरंत करें दूर
अगर आपके घर में मुख्य द्वार पर दरवाजे को खोलने या बंद करने में आवाज आती है तो यह वास्तु में बहुत ही अशुभ माना जाता है। दरवाजे को तुरंत सही करवाएं। ध्यान रखें कि दरवाजे को एकदम साफ रखें और यह भूलकर भी टूटा-फूटा नहीं होना चाहिए। मुख्य द्वार टूटा हुआ देखकर मां लक्ष्मी नाराज होती हैं और रूठकर चली जाती हैं।