गणपति के भक्त अपने घरों में गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर गणेश जी की पूरे विधि-विधान के साथ स्थापना करते हैं। इसी के साथ वे रोज गणपति जी का पूजन भी करते हैं और दस दिन के बाद उनका पूरी विधिपूर्वक विसर्जन कर देते हैं। लेकिन कई लोग दस दिन से पहले ही गणपति जी का विसर्जन करते हैं। तो ऐसे में उन्हें कुछ बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती है कि किस तरह से गणेश जी को विदा किया जाना चाहिए। तो आइये हम बताते हैं आपकी गणपति जी को विदा करने के तरीके के बारे में।
स्थपित मूर्ति से एक इंच दूरी पर चौकी रखें और उस पर स्वास्तिक बनाएं। इसके बाद उस पर अक्षत फैलाएं और एक लाल रंग का कपड़ा बिछाएं। उस चौकी फूल, सुपारी, पान आदि चढ़ाएं। इसके बाद गजानन को उस चौकी पर बैठाएं और भगवान गणेश पर जल छोड़कर फूल चढ़ाएं। अक्षत नैवेद्य से उनकी पूजा अर्चना करने के साथ ही उन्हें जनेऊ पहनाएं। गणेश जी को अति पसंद मोद्क से भोग लगाएं। इसके बाद उन्हें हंसी-खुशी, भजन आदि गाते हुए किसी नदी, तालाब आदि के किनारे ले जाएं। वहां पर गणपति की लौंग, कपूर और बाती से आरती करें। फिर उनसे अनजाने में हुई भूल आदि के लिए क्षमा मांगे। इसके बाद अगले साल आने का निमंत्रण देकर उन्हें धीरे से पानी में विसर्जित कर दें।