श्रावण मास को मनोकामनाओं की पूर्ती के लिए सबसे अच्छा माना जाता हैं, क्योंकि यह महीना भगवान शिव को सबसे प्रिय हैं और इसी महीने में भगवान शिव का माँ पार्वती के साथ विवाह संपन्न हुआ था। जिस तरह से सावन के सोमवार का अपना विशेष महत्व होता हैं। उसी तरह से सावन में बुधवार के दिन किया गया गणेश जी का उपाय भी भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करवाता हैं। और इस उपाय को करने से गणपति जी आपके जीवन के अनेक संकटों को हर लेंगे और आपको सुख एवं समृद्धि प्रदान करेंगे। तो आइये जानते हैं इस उपाय के बारे में।
इसके लिए बुधवार के दिन एक अमरूद का पौधा लेकर श्री गणेश के मंदिर में जाएं। मंदिर में श्री गणेश के चरणों में एक देसी घी का दीपक जलाएं और अपनी आयु के अनुपात में इस महाप्रभावी मंत्र का जाप करें - "
गं हं क्लौं ग्लौं उच्छिष्टगणेशाय महायक्षायायं बलिः"।
मंत्र जाप करने के पश्चात अमरूद के पौधे को घर में लाकर किसी मिट्टी के गमले में लगा दें। आने वाले दिनों में इस पौधे की देखभाल करें, समय से पानी दें और सूखने ना दें। जैसे ही इस पौधे पर पहला फल आए तो उस फल को श्री गणेश के मंदिर में अर्पित कर दें। ऐसा मत है कि फल का चढ़ावा करने के बाद गणपति जी जातक के सभी दुख खत्म कर देते हैं।
इस शास्त्रीय उपाय के अनुसार यह माना गया है कि जब तक पौधे पर फल नहीं आते हैं, तब तक ही जातक को धन की समस्या रहती है। जैसे ही वह पहला अमरूद श्री गणेश के चरणों में चढ़ाता है, उसके आने वाले समय के सभी कष्ट खत्म होने लगते हैं।
किंतु केवल धन संबंधी समस्याएं समाप्त करने के साथ-साथ किसी जातक को धन की ज्यादा लालसा हो, तो उसे इस पेड़ का फल रोज श्री गणेश जी के मंदिर में जाकर चढ़ाना चाहिए और साथ ही उपरोक्त दिव्य मंत्र का जाप भी करें।
यही उपाय सौन्दर्य पाने के लिए भी किया जाता है। इस उपाय से सौन्दर्य पाने के लिए इस पौधे के तने में एक हरे रंग का कपड़ा बांध दें और हर बुधवार इस कपड़े को दूध के बर्तन में रख दें और श्री गणेश जी के मंदिर मे जाकर श्री गणेश जी के चरणों में निचोड़ दें। ऐसा करने से पूर्ण सौन्दर्य प्राप्त होगा।