अगर चाहते है बनी रहे शनि देव की कृपा, तो करें ये उपाय

हिन्दू धर्म में शनि को कर्म फल दाता के नाम से जाना जाता हैं। किसी भी व्यक्ति से जाने-अनजाने में हुई गलती का फल शनि ही निश्चित करते हैं। इसलिए शनि के प्रकोप से हर व्यक्ति बचना चाहता हैं। हर व्यक्ति की यहीं कामना होती है की शनि की कुदृष्टि उन पर ना पड़े और शनि देव की कृपा उन पर बनी रहे। इसलिए अज हम आपको बताने जा रहे हैं शनि देव को प्रसन्न करने के कुछ उपाय ताकि शनि देव की कृपा आप पर बनी रहें।

* शनिदेव को गरीबो और जरुरतमंदो की मदद करना पसंद है इसलिए जितना ज्यादा आप दुसरो की मदद करेंगे उतना हीं शनिदेव आप से खुश रहेंगे। जितना आपसे हो सके उतना आप गरीबो में पैसा, कपड़ा और भी जरुरत की चीजे दान करे ।

* प्रत्येक शनिवार सूर्यास्त होने के बाद जो भोजन बनाया जाए उसे केले के पत्ते में लपेटकर काली सरसो डालकर पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए।

* अगर आप शनि को प्रसन्न करना चाहते हैं तो शुक्रवार की रात काला चना पानी में भिगोएं। शनिवार को वह काला चना, जला हुआ कोयला, हल्दी और लोहे का एक टुकड़ा लें और एक काले कपड़े में उन्हें एक साथ बांध लें। पोटली को बहते हुए पानी में फेंके जिसमें मछलियां हों। इसे प्रक्रिया को एक साल तक हर शनिवार दोहराएं। यह शनि के अशुभ प्रभाव के कारण उत्पन्न हुई बाधाओं को समाप्त कर देगा।

* ऐसा बोला जाता है की शनि देव के प्रकोप से बचने के लिए हर शनिवार को नहा कर काले रंग का वस्त्र धारण कर के शनि देव की पूजा करने से वो बहुत खुश होते है साथ हीं उनकी कृपा हम पर बनी रहती है।

* तांबे के बर्तन में सरसो का तेल डालकर उसमें अपना चेहरा देखने के बाद वो तेल किसी निर्धन व्यक्ति को दान कर दें। यह शनिदेव को प्रसन्न करने का सबसे प्राचीन और कारगर उपाय है।

* घोड़े की नाल शनिवार को किसी लोहार के यहां से इसे अंगूठी की तरह बनवा लें। शुक्रवार की रात इसे कच्चे दूध या साफ पानी में डूबा कर रख दें। शनिवार की सुबह उस अंगूठी को अपने बाएं हाथ की मध्यमा में पहन लें। यह आपको तत्काल परिणाम देगा।

* शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष के चारों ओर सात बार कच्चा सूत लपेटें इस दौरान शनि मंत्र का जाप करते रहना चाहिए, यह आपकी साढ़ेसाती की सभी परेशानियों को दूर ले जाता है। धागा लपेटने के बाद पीपल के पेड़ की पूजा और दीपक जलाना अनिवार्य है। साढ़ेसाती के प्रकोप से बचने के लिए इस दिन उपवास रखने वाले व्यक्ति को दिन में एक बार नमक विहीन भोजन करना चाहिए।

* शनि देव को प्रसन्न करने के लिए काली चींटियों को गुड़ खिलाना चाहिए। नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आप शनि के कोप से बच सकते हैं।