गुरुवार को होती हैं सभी देवी-देवताओं की पूजा, जानें आज कौनसे कार्य करें और कौनसे नहीं

हिन्दू धर्म में जब सबसे पवित्र दिन की बात आती हैं तो पुराणों के अनुसार रविवार और गुरुवार को सबसे श्रेष्ठ माना जाता हैं। आज गुरुवार हैं जिसमें सभी देवी-देवताओं की पूजा की जाती हैं। खासतौर से भगवान नारायण और गुरु ग्रह की पूजा की जाती हैं। आध्यात्मिक रूप से यह दिन विशेष स्थान रखता हैं और आज ईशान दिशा बहुत महत्व रखती हैं। इसी के साथ ही आज के दिन के लिए कई नियम भी बताए गए हैं। आज इस कड़ी में हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं कि आपको आज गुरुवार के दिन कौनसे कार्य करने चाहिए और कौनसे नहीं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

गुरुवार को ये 3 कार्य भूलकर भी न करें


- इस दिन शेविंग न बनाएं और शरीर का कोई भी बाल न काटें अन्यथा संतान सुख में बाधा उत्पन्न होगी। इस दिन नाखून भी नहीं काटना चाहिए। इस दिन महिलाओं को कपड़े और बाल नहीं धोना चाहिए और पोंछा भी नहीं लगाना चाहिए।

- गुरुवार को ऊपर से नमक डालकर नहीं खाना चाहिए। इससे स्वास्थ्य पर असर पड़ता है और हर कार्य में बाधा आती है। नमक खाने से गुरु अस्त हो जाता है। इस दिन दूध और केला खाना भी वर्जित माना गया है। इस दिन खिचड़ी खाने को भी वर्जित माना गया है।

- गुरुवार के दिन पूजा-पाठ से जुड़ा सामान, आंखों से जुड़ी कोई भी वस्तु, कोई धारदार वस्तु जैसे चाकू, कैंची, बर्तन आदि नहीं खरीदना चाहिए। दक्षिण, पूर्व, नैऋत्य में यात्रा करना वर्जित है। झूठ नहीं और गुरुवार को पापों का प्रायश्‍चित करने से पाप नष्ट हो जाते हैं, साथ ही कोई नया संकल्प लेने या कार्य करने से वह संकल्प और कार्य सफल हो जाता है।

गुरुवार को करें ये 5 कार्य

व्रत करें : गुरुवार का व्रत करने से मनुष्य के भाग्य खुल जाते हैं। जातक को गुरुवार का व्रत अवश्‍य करना चाहिए क्योंकि बृहस्पति से ही भाग्य जागृत होता है।

मंदिर जरूर जाएं : गुरुवार को मंदिर जाने से सभी देवी और देवता प्रसन्न होते हैं और जातक उनकी कृपा प्राप्त करके जीवन के संकटों से बच जाता है। मंदिर में पीपल में जल जरूर चढ़ाएं। पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने से जहां भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं वहीं पितृदोष भी मिट जाता है और पितृदेव आशीर्वाद देते हैं।

गुग्गुल की धूप : गुरुवार को घर बें गुग्गुल की धूप, गुड़ घी की धूप या अन्य तरह की सुगंधित धूप देना चाहिए। इससे घर की नाकारात्मक ऊर्जा दूर होकर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अक्सर गुरुवार को इसकी धूप घर में दी जाती है। इस दिन धूप देने से गृह कलह, तनाव और अनिद्रा और किया कराया में लाभ तो मिलता ही है साथ ही दिल और दिमाग के दर्द में राहत मिलती है। सबसे बड़ी बात यह कि इस दिन धूप देने से पारलौकिक मदद मिलती है।

केसर का तिलक लगाएं : गुरुवार को केसर का तिलक लगाने से कुंडली में बृहस्पति के अच्छे प्रभाव मिलते हैं। कुंडली में बृहस्पति अच्छा है तो जीवन में सबकुछ अच्‍छा ही होगा। कुंडली में चौथा, पांचवां और नौवें भाव पर अपना प्रभाव रखते हैं। चौथे में अच्छा फल देते हैं और नौवें में भाग्य खोल देते हैं।

पीपल में जल चढ़ाएं : गुरुवार के दिन पीपल में जल जरूर अर्पित करना चाहिए। गुरुवार को पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाने से जहां भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं वहीं पितृदोष भी मिट जाता है और पितृदेव आशीर्वाद देते हैं। गुरुवार को पापों का प्रायश्‍चित करने से पाप नष्ट हो जाते हैं, क्योंकि यह दिन देवी-देवताओं और उनके गुरु बृहस्पति का दिन होता है।