पूजा-अर्चना भारतीय समाज में अपने इष्ट देव के प्रति आस्था प्रकट करने का एक तरीका होता हैं जिसका शास्त्रों में भी बड़ा महत्व बताया गया हैं। इसी के साथ शास्त्रों में पूजा करने के कुछ नियम भी बताये गए हैं ताकि पूजन में कोई गलती ना हो और इस पूजा का पूरा फल हमें मिल सकें। इसी के साथ शास्त्रों में पूजन के समय यह भी बताया गया है कि पूजन की कौनसी चीजें सीधे जमीन पर नहीं रखी जानी चाहिए। आज हम आपको उन्हीं चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो जमीन पर नहीं रखी जानी चाहिए
* देवी-देवताओं की मूर्तियां लकड़ी या सोने-चांदी के सिंहासन या बाजोट पर थोड़े से चावल रखकर उसके ऊपर देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित करनी चाहिए।
* देवी-देवताओं के वस्त्र और आभूषण जमीन पर वस्त्र रखने से वो गंदे हो जाते है। भगवान को हमेशा पवित्र वस्त्र ही अर्पित करने चाहिए इसलिए वस्त्र और आभूषण को भी जमीन पर नहीं रखना चाहिए।
* दीपक दीपक के नीचे थोड़े से चावल रखने चाहिए या लकड़ी के बाजोट पर दीपक रखना चाहिए।
* सुपारी पूजा में सुपारी को सिक्के के ऊपर रखना चाहिए।
* शालिग्राम शालिग्राम को साफ़ रेशमी कपड़ें पर रखना चाहिए।
* मणि यदि आप पूजा में कोई मणि या रत्न रखना चाहते इसे भी किसी साफ़ कपड़ें पर रखना चाहिए।
* यज्ञोपवीत (जनेऊ) जनेऊ को साफ़ कपड़ें पर रखना चाहिए, क्योंकि ये देवताओं को मुख्य रूप से अर्पित की जाती हैं।
* शंख शंख को लकड़ी के बाजोट पर या साफ़ कपड़ें पर रखना चाहिए।