धन के नुकसान का कारण बनती हैं आपकी ये गलत आदतें, करें इनमें सुधार

अक्सर देखा जाता हैं कि घर में अनायास ही नकारात्मकता फैली रहती हैं और इसका असर घर की सुख-शांति के साथ ही धन के नुकसान का कारण भी बनता हैं। इसका मुख्य कारण होता हैं घर में उपस्थित वास्तुदोष। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी ही कुछ गलत आदतों की वजह से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता हैं जिसका असर सभी पर पड़ता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं आदतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जल्द बदलने की जरूरत हैं ताकि नकारात्मकता का नाश हो।

पानी नहीं पिलाना

अकसर लोगों की आदत होती है कि अपने घर आए मेहमान से पानी तक की भी नहीं पूछते। मेहमान हो या कोई भी जो आपके घर आए उसे सम्मान से स्वच्छ पानी जरूर पिलाना चाहिए। यदि आप भी किसी को पानी की नहीं पूछते तो राहु ग्रह कुपित हो जाता है,जिसके परिणाम स्वरुप घर पर अचानक कोई परेशानी आ सकती है।

पौधों को सूखने देना

वास्तु में सूखे पौधे निराशा का प्रतीक माने गए हैं,ये तरक्की में बाधा बनते हैं। यदि आपने अपने घर के आँगन में पौधे लगा रखे है तो उनकी उचित देखभाल करें। पौधों को नियमित रूप से सुबह, शाम पानी देने से सूर्य, बुध और चंद्र संबंधी परेशानियां दूर रहती हैं। मन से अवसाद दूर होकर जीवन तनाव मुक्त होता है।

घर में फैला सामान

कई घरों में सामान उचित जगह और व्यवस्थित ढंग से नहीं रखा जाता।इसी प्रकार सुबह जागने के बाद बिस्तर ऐसे ही छोड़ दिया जाता है और उसे ठीक किए बिना पुन: रात में उस पर सो जाते हैं।गंदे और फैले हुए बिस्तर घर में नकारात्मक ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं।जिसके कारण आपका काम में मन नहीं लगता है।जगह-जगह सामान विखरा होने से राहु और शनि खराब हो जाते हैं।

न फैलाएं जूते चप्पल

घर में पुराने जूते-चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है, घर की समस्याएं खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। इसी प्रकार जूते-चप्पल इधर-उधर पड़े होने से घर में कलह बढ़ता है और आपसी संबंध खराब होते हैं। जिस घर में जूते-चप्पल इधर-उधर पड़े रहते हैं, वहां शनि का दुष्प्रभाव का प्रभाव रहता है। शनि को पैरों का कारक माना गया है इसलिए पैरों से संबंध रखने वाली किसी भी वस्तु को व्यवस्थित रखना चाहिए।

कहीं भी न थूकें

कई लोगों में बार-बार कहीं भी थूक देने की आदत होती है। ऐसा करने से आपके यश, सम्मान और आपकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचता है।आपकी इस आदत से बुध और सूर्य ग्रह खराब प्रभाव देना प्रारंभ कर देते हैं।

जूठे बर्तन छोड़ना

अकसर महिलाए रात को रसोई में झूठे बर्तन सिंक में छोड़ देती हैं,आपकी ये आदत घर में वास्तुदोष उत्पन्न करती है। इसी प्रकार कई लोगों की थाली में ही हाथ धोने और जूठी थाली को वहीं छोड़कर उठ जाने की आदत होती है। यह आदत शास्त्र विरुद्ध है। ऐसे लोगों को जीवन में सफलता के लिए संघर्ष करना होता है और उनके घरों में बरकत नहीं होती। इससे मानसिक अशांति भी बढ़ती है। कहीं भी जूठे बर्तन छोड़ना या बर्तनों को बिखरा के रखना, आपकी इस आदत से चंद्र और शनि खराब हो जाते हैं।