विवाह जीवन का ऐसा कदम है जिसे हर व्यक्ति को सोच समझ कर उठाना चाहिए। जीवन के हर पहलू का खयाल रखते हुए दो व्यक्तियों को एक दूसरे के जीवन में सामंजस्य बिठाना चाहिए। विष्णु पुराण में स्त्रियों से विवाह के सम्बन्ध कुछ बातें बताई गई हैं। कैसी स्त्री से विवाह नहीं करना चाहिए इस सम्बन्ध में चार बातें बताई गयी हैं आइये जानिए आप भी :
# ग़लत बोलने वाली : जीवन में शब्दों की बड़ी अहमियत होती है। अगर कोई स्त्री बुरा सम्भाषण करती है और लोगो के साथ बुरी तरीके से बात करती हैं ऐसी स्त्री से कदापि विवाह नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसी की वजह से घर में अशांति बानी रहती है।
# अधिक सोने वाली :स्त्री के ऊपर विवाह के पश्चात पूरे परिवार की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में अगर जिम्मेदार व्यक्ति ही देर से उठे तो परिवार की परवरिश अच्छे ढंग से नहीं हो पाती। आलस्य के कारण घर में सुख समृद्धि भी नहीं आ पाती और यही नकारत्मकता का कारण बनता है।
# माता या पिता के रिश्ते में हो शास्त्रो के अनुसार व्यक्ति को अपने ही गोत्र में जन्मी स्त्री से विवाह नहीं करना चाहिए ऐसा नहीं करने पर अनुवांशिक बीमारिया होती है जो वैज्ञानिक तौर पर प्रमाणित भी है। माता की पांचवी पीढ़ी और पिता की सातवी पीढ़ी तक विवाह टालना चाहिए।
# बुरे लोगों से सम्बन्ध रखने वाली ऐसी स्त्री जो दुष्ट प्रकृति के लोगों के संपर्क में हो या कोई दुर्भावना का कार्य करते हों ऐसे लोगो के संपर्क में हों , से भी कभी विवाह नहीं करना चाहिए क्योंकि दुष्ट लोग कभी भी उस स्त्री को अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए गलत कार्यों में झोंक सकते हैं। ऐसे लोगों से संपर्क रखने से उस पर चारित्रिक दोष भी लगाया जा सकता है।