शिवपुराण में बताए गए हैं मौत के ये संकेत, जानें और रहें सतर्क

इस सृष्टि का संचालन देवों के देव महादेव के हाथ में ही हैं। शिव से जुडी सभी जानकारी महाग्रंथ शिवमहापुरण में पाई जा सकती हैं। शिवमहापुरण में जीवन से जुडी कई बातें बताई गई हैं जो जीवन के सत्य को जाहिर करती हैं। ऐसा ही एक सत्य हैं मृत्यु जिसके आने के संकेत भी शिवपुराण में बताए गए हैं। आज हम आपको उन्हीं संकेतों की जानकारी देने जा रहे हैं जो किसी व्यक्ति की मौत को आना दर्शाते हैं। तो आइये जानते हैं मौत के इन संकेतों के बारे में।

- किसी व्यक्ति को चंद्रमा और तारे भी ठीक से न दिखाई दें तथा चंद्रमा और सूर्य के आस-पास का चमकीला घेरा, लाल या काला दिखाई दे तो उस मनुष्य की मृत्यु जल्द ही होने वाली होती है।

- शिवपुराण के अनुसार जिस मनुष्य के सिर पर गिद्ध, कौवा अथवा कबूतर आकर बैठ जाए तो उसकी मृत्यु करीब होती है।

- जिस इंसान के सारे अंगों में लगातार अंगड़ाई आने लगे और बायां हाथ लगातार एक सप्ताह तक फड़कता रहे, तब उसका जीवन एक मास ही शेष है।

- जिसको ध्रुव तारा अथवा सूर्यमंडल ठीक से दिखाई न दे और रात में इंद्रधनुष और दोपहर में उल्कापात होता दिखाई दे उसकी मृत्यु बहुत जल्दी होने की सम्भावना होती है।

- शिवपुराण के अनुसार जिस व्यक्ति को अग्नि का प्रकाश ठीक से दिखाई न दे और चारों ओर काला अंधकार दिखाई दे तो उसका जीवन भी कुछ दिनों के भीतर समाप्त हो जाता है।

- जब व्यक्ति को अजीब अजीब परछाई दिखाई दे और वह उन परछाई को देख कर डरते हुए बडबडाने लगे तो कहा जाता है की उसकी मृत्यु निकट ही होने वाली है।
- जब कोई व्यक्ति को पानी, तेल और आईने में अपनी परछाई न दिखाई दे – जब कोई अपनी छाया को बिना सर का देखे – उसको खुद की परछाई नज़र न आये तो ऐसा मनुष्य एक महीने भी जीवित नहीं रहता।

- यदि अचानक किसी व्यक्ति का शरीर सफेद या पीला पड़ जाए और लाल निशान दिखाई दें तो समझना चाहिए कि उस मनुष्य की मृत्यु होनेवाली होती है।

- जो मनुष्य को अचानक चंद्रमा और सूर्य काले दिखाई देने लगते हैं और संपूर्ण दिशाएं जिसे घुमती दिखाई दे, उसकी मृत्यु कुछ महीने के अंदर हो जाती है।

- जिस व्यक्ति को अचानक नीली मक्खियां आकर घेर लें। उसकी आयु एक महीना ही शेष जाननी चाहिए।