विघ्नहर्ता गणेश को प्रसन्न करेंगे ये उपाय, मिलेगी बाधाओं से मुक्ति

आने वाली 22 अगस्त को गणपति जी का पावन पर्व गणेश चतुर्थी आ रहा हैं। यह दिन पूरे देशभर में जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता हैं। इस दिन गणपति जी की पूजा कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए विघ्नहर्ता गणेश को प्रसन्न करने के कुछ उपाय लेकर आए हैं जिनकी मदद से जीवन की कई बाधाओं से मुक्ति पाई जा सकती है। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

- गणपति जी की पूजा में घी भी अर्पित करना चाहिए, घी को पुष्टीवर्धक माना गया है। गणेश जी की पूजा में घी का बहुत महत्व माना गया है। गणेश जी को घी अर्पित करने से बुद्धि तेज होती है। जिससे व्यक्ति हर कार्य में सफलता हासिल करता है।

- दूर्वा घास गणेश जी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय है, दूर्वा से गणेश जी की पूजा करना चाहिए। गणपति अथर्वशीर्ष में भी व्यक्ति गणेश जी की पूजा दुर्वांकुर से करने का महत्व बताया गया है। जो भक्त दूर्वा से गणेश जी की पूजा करते हैं, उनके पास धन की कोई कमी नहीं रहती है। गणेश जी को बुधवार के दिन दूर्वा ग्यारह या इक्कीस गांठे अर्पित करनी चाहिए। गणेश जी को चढ़ाने के लिए सदैव दूर्वा का सबसे ऊपरी हिस्सा लेना चाहिए। जिसमें तीन पत्तियां हों। ऐसी दूर्वा श्रेष्ठ मानी जाती है। इससे आपको कार्यों में आर रही बाधाएं दूर होंगी।

- गणेश जी को चाबल भी अर्पित किए जाते हैं। लेकिन गणेश जी को अर्पित किए जाने वाले चावल टूटे हुए न हो। उन्हें साबुत चावल अर्पित करने चाहिए। पूजा में अर्पित करने वाले चावलों को अक्षत कहा गया है, क्योंकि पूजा में चढ़ाए जाने वाले चावल खंडित नहीं होते हैं। गणेश जी को चावल अर्पित करने से पहले उन्हें गीला करना चाहिए। अक्षत अर्पित करते समय 'इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करें और तीन बार गणेश जी को चावल चढ़ाएं। इससे आपको कष्टों से छुटाकारा मिलेगा।

- गणेश जी को मोदक बहुत प्रिय हैं। इसलिए गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मोदक का भोग लगाएं। सच्चे मन से मोदक का भोग लगाने से बप्पा अपने भक्त की हर मनोकामना को पूर्ण करते हैं। अथर्वशीष में बताया गया है कि मोदक का भोग लगाने वाले का गणपति जी मंगल करते हैं।