पितृपक्ष जारी हैं और सभी अपने पूर्वजों को संतृप्त करने में लगे हुए हैं। इसके लिए लोग हर संभव प्रयास करते हैं ताकि पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त हो सकें और जीवन में सबकुछ मंगलमय हो। शास्त्रों में इसका महत्व बताते हुए कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जो आपके लिए मंगलकारी साबित हो सकते हैं। ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे कार्य बताने जा रहे हैं जिन्हें रोज सुबह उठकर करने से पितरों के साथ देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। इनसे दरिद्रता दूर होने के साथ ही कुंडली में मौजूद दोष भी समाप्त हो जाते हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।
धन का मार्ग होता है प्रशस्त
सुबह सबसे पहले अपने घर के मुख्य द्वार को जल में हल्दी मिलाकर धोना चाहिए। ऐसा करने से घर में रहने वाले लोगों की उन्नति होती है और कभी धन की कमी नहीं होती है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम भाव बना रहता है और धन का मार्ग प्रशस्त होता है।
मां लक्ष्मी का मिलता है आशीर्वाद
पक्षियों के लिए बाजरा के दाने छत पर डालना चाहिए। ऐसा करने से ना केवल पुण्य की प्राप्ति होती है बल्कि घर-परिवार में शांति बनी रहती है। साथ ही पितरों को भी अच्छा लगता है और ईश्वर का भी आशीर्वाद मिलती है। दाना डालने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है, जिससे आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है।
धन संबंधी समस्या होती है दूर
केवल पितृ पक्ष में ही नहीं बल्कि अन्य दिनों में भी कटोरे मे जल भरकर उसमें रोटी के टुकड़े डालकर छत पर रख देना चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी दूर होती हैं। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है।
धन-धान्य की नहीं होती कमी
पितृ पक्ष से आप यह नियम शुरू कर सकते हैं कि हर रोज गाय और कुत्ते के लिए आहार जरूर निकालें। ऐसे करने से घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं रहती और द्ररिद्रता भी दूर होती है। साथ ही कुंडली में मौजूद पितृ दोष भी खत्म होता है।
पितरों की आत्मा को मिलती है शांति
हर रोज सूर्य देव को जल देना बहुत शुभ कार्य माना गया है। सूर्य देव को जल देने के बाद दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके पितरों का ध्यान करते हुए जल गिरा देना चाहिए। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है।