Navratri 2019: मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित नवरात्री का दूसरा दिन, जानें पूजा विधि और स्त्रोत पाठ

आज नवरात्रि का दूसरा दिन हैं जो कि मातारानी के ब्रह्मचारिणी स्वरुप को समर्पित होता हैं। इस दिन सभी भक्तगण आस्थापूर्वक ब्रह्मचारिणी स्वरुप की पूजा करते हैं और उनसे जीवन की सभी मनोकामनाओं की पूरी का आशीर्वाद चाहते हैं। आपको इसका पूर्ण लाभ मिल सके इसके लिए आज हम माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा विधि और स्त्रोत पाठ लेकर आए हैं। तो आइये जानें और आस्था पूर्वक करें मातारानी की पूजा।

पूजा विधि

मां ब्रह्मचारिणी की पूजा में सर्वप्रथम माता को फूल, चंदन, अक्षत, रोली से पूजा करें तथा उन्हें घृत, दूध, दही, शर्करा व मधु से स्नान करायें व देवी को प्रसाद अर्पित करें। प्रसाद के पश्चात आचमन और फिर पान, सुपारी भेंट कर इनकी प्रदक्षिणा करें। कलश देवता की पूजा के पश्चात इसी प्रकार नवग्रह, दशदिक्पाल, नगर देवता, ग्राम देवता, की पूजा करें। ब्रह्मचारिणी देवी का पूजन करते समय सबसे पहले हाथों में एक फूल लेकर प्रार्थना करें -

इधाना कदपद्माभ्याममक्षमालाक कमण्डलु, देवी प्रसिदतु मयि ब्रह्मचारिण्यनुत्त्मा
इसके पश्चात् देवी को पंचामृत स्नान करायें और फिर नियमानुसार फूल, सिन्दुर, अक्षत, कुमकुम, अर्पित करें देवी को अरूहूल का फूल व कमल बेहद प्रिय होते हैं अत: इन फूलों की माला पहनायें, घी व कपूर मिलाकर ब्रह्मचारिणी देवी की आरती करें।

स्रोत पाठ

तपश्चारिणी त्वंहि तापत्रय निवारणीम्। ब्रह्मरूपधरा ब्रह्मचारिणी प्रणमाम्यहम्॥
शंकरप्रिया त्वंहि भुक्ति-मुक्ति दायिनी। शान्तिदा ज्ञानदा ब्रह्मचारिणीप्रणमाम्यहम्॥