Navratri 2020 : मां कूष्मांडा को समर्पित है नवरात्रि का चौथा दिन, इन मन्त्रों के जाप से करें प्रसन्न

आज नवरात्रि का चौथा दिन हैं जो कि मातारानी के कूष्मांडा स्वरुप को समर्पित होता हैं और आज कूष्मांडा माता की पूजा करते हुए उन्हें मालपुए का भोग लगाया जाता हैं। इस दिन मां से खास निवेदन कर अगर आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार है तो उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करनी चाहिए। मातारानी को प्रसन्न करने के लिए उनका पूजन कर विशेष मंत्रों का जाप किया जाना चाहिए। आज हम आपको पूजन विधि और मन्त्रों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

इस दिन पूजा में बैठने के लिए हरे रंग के आसन का प्रयोग करना बेहतर होता है। देवी को लाल वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चूड़ी भी अर्पित करना चाहिए। मां कूष्मांडा को इस निवेदन के साथ जल पुष्प अर्पित करें कि, उनके आशीर्वाद से आपका और आपके स्वजनों का स्वास्थ्य अच्छा रहे। देवी को पूरे मन से फूल, धूप, गंध, भोग चढ़ाएं। मां कूष्मांडा को विविध प्रकार के फलों का भोग अपनी क्षमतानुसार लगाएं। पूजा के बाद अपने से बड़ों को प्रणाम कर प्रसाद वितरित करें। देवी योग-ध्यान की देवी भी हैं। देवी का यह स्वरूप अन्नपूर्णा का भी है। उदराग्नि को शांत करती हैं। इसलिए, देवी का मानसिक जाप करें। देवी कवच को पांच बार पढ़ना चाहिए।

देवी को प्रसन्न करने के मंत्र-

श्लोक : सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

सरलतम मंत्र : ॐ कूष्माण्डायै नम:।।

उपासना मंत्र : ऐं ह्री देव्यै नम:

वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्विनीम्॥
मंत्र: या देवि सर्वभूतेषू सृष्टि रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: