कुंभ संक्रांति : राशिनुसार करें ये उपाय, बुरे प्रभाव से होगा बचाव

आज 13 फरवरी 2020 को दोपहर 3 बजकर 18 मिनट पर सूर्य कर से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करने जा रहा हैं। सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश को कुंभ संक्रांति कहते हैं। साल में 12 संक्रांति आती हैं जिसमे सूर्य बारी-बारी से हर राशि में प्रवेश करता है। आज कुंभ संक्रांति का असर सभी राशियों पर पड़ने वाला हैं। इसलिए आज हम आपको राशिनुसार किए जाने वाले कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जो आपको अशुभ प्रभाव से बचाने का काम करेंगे। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

मेष राशि

हनुमान चालीसा का पाठ करें और गणेशजी को लड्डू चढ़ाएं। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ भी कर सकते हैं। सफेद रंग का सुरमा आंखों में लगाएं।

वृष राशि

गाय को हरा चारा खिलाएं और विष्णु लक्ष्मी का पूजन करें। गले में सोने का सूर्य धारण कर सकते हैं। प्रतिदिन शाम को घी का दीपक जलाएं।

मिथुन राशि

सूर्य के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए प्रतिदिन सूर्य भगवान को तांबे के पात्र से जल अर्पित करें। कन्याओं को भोजन कराएं।

कर्क राशि

रविवार के दिन गौमाता को गुड़ और गेहूं खिलाएं और सोमवार को शिवजी को जल चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें। प्रतिदिन बड़ के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

सिंह राशि

रविवार के दिन अनामिका अंगुली में तांबे की अंगूठी में माणिक्य रत्न पहनें या प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। यात्रा के समय अपने मुंह में कोई मीठी वस्तु रखें।

कन्या राशि

मां चंडी की पूजा करना या उनका स्त्रोत पढ़ना चाहिए। कन्याओं को भोजन कराना चाहिए। बुधवार को कोई नमकीन चीज न खाएं।

तुला राशि

प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें। पिता को खुश रखें और उन्हें कोई भेंट दें। सुगन्धित इत्र या सेंट का उपयोग करें। पवित्र बने रहें।

वृश्चिक राशि

रविवार को लाल धागे में पिरोकर एक सोने का बना सूरज गले में पहनें या हनुमान चालीसा का पाठ करते रहें। मेहमानों को मिठाई जरूर खिलाएं।

धनु राशि

रविवार के दिन अनामिका अंगुली में तांबे की अंगूठी में माणिक्य रत्न पहनें। प्रतिदिन आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें या गीता का पाठ या कृष्ण नाम जपें।

मकर राशि

भगवान श्रीगणेश जी की उपासना करें। शनिवार को छायादान करें। माता लक्ष्मी के मंदिर में कमल का फूल चढ़ाएं। अंधे-अपंगों, सेवकों और सफाईकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें उन्हें दान दें।

कुंभ राशि

रविवार के दिन गेंहूं और गुड़ का दान करना चाहिए। शनिवार के दिन छाया दान करना चाहिए। भगवान भैरव की उपासना करें।

मीन राशि

माथे पर प्रतिदिन केसर का तिलक लगाएं और प्रतिदिन सूर्य भगवान को तांबे के पात्र से जल अर्पित करें। घर में गुड़ घी या गुग्गल की धूप-दीप दें।