अब कुछ ही घंटे में लगेगा साल का आखिरी सूर्य ग्रहण, गर्भवती महिलाएं इन कामों को ना करें

26 दिसंबर 2019 यानी आज इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह सूर्य ग्रहण इस साल का तीसरा सूर्य ग्रहण होगा। इससे पहले 6 जनवरी और 2 जुलाई को सूर्य ग्रहण लगा था। इस साल के तीसरे सूर्य ग्रहण को वैज्ञानिकों ने वलयाकार ग्रहण बताया है। वलयाकार ग्रहण में सूर्य पर पूरी तरह से ग्रहण नहीं लगता है। इस ग्रहण में सिर्फ सूरज का मध्य भाग ही छाया के क्षेत्र में आता है जबकि सूर्य के बाहर का क्षेत्र प्रकाशित रहता है। इस सूर्य ग्रहण को वैज्ञानिक ‘रिंग ऑफ फायर’ का नाम दे रहे हैं क्योकि यह ग्रहण एक आग की अंगूठी की तरह नजर आने वाला है। ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक शुरू हो चुका है। सूतक लगने के बाद किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। इस सूर्यग्रहण का असर भारत, सऊदी अरब, कतर, इंडोनेशिया, श्रीलंका, सुमात्रा, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और गुआम में नजर आएगा। इसके अलावा एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के अन्य हिस्सों में ये आंशिक ग्रहण की तरह दिखेगा। पोर्ट ब्लेयर में सबसे लंबे समय यानी 3:36 घंटे तक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।

भारत में सूर्य ग्रहण का समय और कहां कैसा दिखेगा

भारत में सबसे ज्यादा असर केरल (Kerala) समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में दिखाई देगा। बैंगलोर में लगभग 89.4% सूर्य ढका हुआ दिखाई देगा। जबकि चेन्नई में 84.6% सूर्य का हिस्सा ढका हुआ होगा। अहमदाबाद में सूर्य का करीब 66% हिस्सा छिपा रहेगा। जबकि दिल्ली में इसका सिर्फ 55.5% हिस्सा ही नजर आएगा। कुल साढ़े 3 घंटे तक लगनेवाले इस ग्रहण की शुरुआत भारत में सुबह 8 बजकर 4 मिनट पर होगी जबकि वलयाकार सूर्यग्रहण की अवस्था सुबह 9:06 बजे शुरू होगी। सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर एक बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी।

सूर्य ग्रहण के समय रखें इन बातों का ध्यान


माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के समय सूर्य से कुछ हानिकारक किरणें निकलती हैं इसलिए लोगों को इस दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है। सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से देखना सही नहीं माना जाता है। वैज्ञानिक भी इसे विकिरण से बचाने वाले सनग्लासेस पहनकर देखने की राय देते हैं।

इन कामों को ना करे

सूतक और ग्रहणकाल में अनावश्यक खाना-पीना, मूर्ति स्पर्श करना, मैथुन, निद्रा और तेल लगाना वर्जित है। वृद्ध, रोगी, बालक और गर्भवती स्त्रियों को यथानुकूल भोजन या दवाई लेने में कोई दोष नहीं है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल में सोना, सब्जी काटना, सिलाई-पिरोना, नुकीली वस्तु का प्रयोग और अन्य कोई भी उत्तेजित कार्य नहीं करना चाहिए।

आपको बता दे, सूर्यग्रहण के दौरान खाना, पीना और अपने रोजमर्रा के कार्य करना पूरी तरह सुरक्षित है। इससे कोई नुकसान नहीं होता।