मनोकामना अनुसार चुने जाप के लिए माला, बनेंगे सभी बिगड़े काम

सनातन धर्म में देवी-देवताओं का स्मरण और पाठ मंत्र जाप के साथ किया जाता हैं और इसे फलीभूत करने के लिए माला की जरूरत होती हैं। माला के साथ किया गया जाप आपके लिए ज्यादा फलदायी साबित होता हैं। लेकिन अब सवाल उठता हैं कि किस माला का चुनाव किया जाए। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि माला का चुनाव अपनी मनोकामना के अनुसार किया जाना चाहिए ताकि सभी काम सिद्ध हो। आपके सभी बिगड़े हुआ काम बनेंगे। तो आइये जानते हैं कौनसी माला आपका काम बनाएगी।

सुख-शांत‍ि-एकाग्रता के ल‍िए करें इससे जप

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार अगर जीवन में सुख-शांत‍ि और एकाग्रता की कमी हो तो स्‍फट‍िक माला से मंत्र जप करना चाहि‍ए। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की स्थिति ठीक न हो तो उसे स्फटिक की माला धारण करना चाहिए। स्फटिक की माला एकाग्रता, संपन्‍नता और शांति की माला मानी जाती है।

धन-ऐश्‍वर्य की प्राप्ति कामना से करें इससे जप

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार अगर धन-ऐश्‍वर्य की की कामना हो। तो मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने के ल‍िए कमलगट्टे की माला से जप करना चाह‍िए। मान्‍यता है क‍ि यदि न‍ियम‍ितरूप से मां लक्ष्मी के मंत्रों का जप क‍िया जाए तो जातक के जीवन में कभी भी धन-ऐश्‍वर्य की कमी नहीं होती। लेक‍िन ध्‍यान रखें क‍ि यह जप एक न‍ियम‍ित समय पर न‍ियम‍ित स्‍थान पर और न‍ियम‍ित रूप से क‍िया जाना चाह‍िए।

इससे जप करेंगे तो म‍िलेगी हृदय रोग से राहत

पद्म पुराण और शिव पुराण के अनुसार रुद्राक्ष की माला पहनने वाले को शिव लोक की प्राप्ति होती है। रुद्राक्ष की माला से गायत्री माता, मां दुर्गा, शिवजी, माता पार्वती, गणेशजी और कार्तिकेय को प्रसन्न करने के लिए मंत्र का जप किया जाता है। वहीं अगर रुद्राक्ष की माला गले में धारण कर ली जाए तो यह हृदय रोग और बीपी की समस्‍या से भी राहत पहुंचाती है।

इस माला से करेंगे जप तो शत्रुओं का होगा नाश

ज्‍योत‍िषशास्‍त्र के अनुसार ऐसे व्यक्ति जिनके मंगल की स्थति ख़राब हो उन्हें लाल चंदन की माला धारण करना चाहिए। ऐसा करने से मंगल शांत होता है और धारण करने वाले जातक को शुभ फल प्रदान करता है। मान्‍यता है क‍ि लाल चंदन की माला से मां दुर्गा के बीज मंत्रों का जप करने से शत्रुओं का नाश होता है। साथही व‍िरोधी लाख चाहकर भी जातक को नुकसान नहीं पहुंचा सकते।