नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा हैं और आज अष्टमी का पूजन हैं। नवरात्रि की स्थापना के दिन ही लोग अपने घरों में जवारे बोते हैं जिनका भी आज पूजन किया जाता हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके द्वारा बोए गए जवारे यह दर्शाते हैं कि मातारानी आपके पूजन से प्रसन्न हुई या नहीं और आने वाला साल आपके लिए कैसा जाने वाला है। तो आइये आज हम बताते हैं आपको इसके बारे में कि किस तरह जवारों के रंग से इस बात का पता लगाया जाए।
- अगर किसी वर्ष जौ नहीं उगते हैं तो वह वर्ष काफी परेशानियों वाला होता है। उस वर्ष में जनहानि होने की संभावनाएं अधिक होती है। ऐसे वर्ष में कार्यों में रुकावट अधिक आती है और परिवार में किसी सदस्य की आकस्मिक मृत्यु भी हो सकती है।
- अगर अंकुरित जौ आधे पिले और हरे रंग के हुए है तो इसका मतलब है वर्ष भर पहले आपके काम बनेंगे और फिर बिगड भी सकते हैं। इसका तात्पर्य है, वर्ष भर आपको मिश्रित परिणाम मिलेंगे।
- अगर अंकुरित जौ में काले रंग के अंकुर उगते है, तो वह अशुभ संकेत होता है और वर्ष भर अकाल और निर्धनता बढ़ने का संकेत देता है।
- नीले रंग वाले जौ अंकुरित हुए है तो उस वर्ष अकाल पड़ने की संभावनाए अधिक होती है। यदि लाल रंग के जौ अंकुरित हुए है तो उस वर्ष रोग व्याधि और शत्रु भय अधिक रहता है।
- अंकुरित जौ अगर सफेद रंग के हुए है तो वह बहुत ही शुभ संकेत है। यह अत्यंत शुभकारी और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति की तरफ इशारा करता है।
- अंकुरित जौ अगर धुंए के रंग वाली उगती है तो यह परिवार के लिए शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता के अनुसार उस वर्ष परिवार में आपसी कलह बढ़ता है और प्रेम काम होता है।
- वहीं अगर अंकुरित जौ हरे रंग के हुए है तो वह वर्ष काफी खुशहाली देने वाला होता है। ऐसे में आप वर्ष भर धन-धान्य से परिपूर्ण रहेंगे और किसी भी तरह की आर्थिक परेशानियां आपके निकट भी नहीं आएंगी।