सावन स्पेशल : इन 4 मन्त्रों के जाप से पाए शिवकृपा, खुलेंगे सफलता के द्वार

सावन का महीना भगवान शिव को बेहद प्रिय हैं और इन दिनों में की गई शिव की भक्ति आपके जीवन में सफलता के द्वार खोलती हैं। सावन के महीने की शुरुआत इस बार शुभ सोमवार से ही हो रही हैं। सावन का सोमवार शिव की भक्ति के लिए विशेष माना जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपके लिए शिव के कुछ ऐसे मंत्र लेकर आए हैं जिनका जाप कर शिवकृपा पाई जा सकती हैं और सफलता के द्वार खोले जा सकते हैं। तो आइये जानते हैं इन मंत्रों के बारे में।

मृत्यु का भय दूर करने के लिए

ओम त्र्यंबकम याजमाहे सुगंधिम पुष्ठी वर्धनम, उर्वारुकैमिवा बंधनाथ श्रीमती सुब्रमण्यम

शिवपुराण में सावन के महीने में महामृत्युंजय मंत्र का जप करने का विशेष महत्व बताया गया है। इस मंत्र के जप से संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है और सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही इसका जप करने से मृत्यु के भय और जीवन-मरण के चक्र से मुक्ति मिलती है।

आत्मा की शुद्धि के लिए

करारचंद्रम वैका कायाजम कर्मगम वी, श्रवणनजम वा मनामम वैद परामहम।
विहितम विहिताम वीए सर मेट मेटाट, क्षासव जे जे करुणाबधे श्री महादेव शंभो।।

सावन में इस मंत्र का जप करना विशेष फलदायी माना गया है। सावन में हर रोज इस मंत्र का जप करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं। सावन में हर रोज इस मंत्र के जप से आत्मा की शुद्धि होती है और नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं।

धन की प्राप्ति के लिए

ओम नमः शिवाय

यह बहुत प्रचलित शिव मंत्र है। इस मंत्र का मतलब है, ‘मैं भगवान शिव को नमन करता हूं’। सावन में हर रोज इस मंत्र का 108 बार जप करने से आत्मा पवित्र होती है और भगवान शिव की कृपा मिलती है। साथ ही धन की प्राप्ति होती है और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।

समस्याएं दूर करने के लिए

ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।

यह बहुत शिव गायत्री मंत्र बहुत शक्तिशाली मंत्र बताया जाता है। सावन में हर रोज इस मंत्र का जप करने से सभी समस्याएं दूर होती हैं। यह मंत्र भगवान शिव के सभी रूपों की पूजा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सावन में हर रोज जप से भोलेनाथ की कृपा बनी रहती है और सभी तरह के रोग भी दूर रहते हैं।