सावन के महीने को बहुत पवित्र माना जाता हैं और इस महीने के सोमवार का तो विशेष महत्व होता हैं। क्योंकि माना जाता है कि सावन के सोमवार की गई शिव की पूजा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं। और आज तो सावन का आखिरी सोमवार हैं तो इस दिन पूजा-पाठ जरूर करना चाहिए। आज के दिन ज्येष्ठा नक्षत्र और वैधृतियोग में शिव का जलाभिषेक करना अत्यंत लाभकारी होगा। इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको मनोकामना की पूर्ती के लिए किस तरह जलाभिषेक करना चाहिए।
* भवन-वाहन के लिए दही से रुद्राभिषेक करें।
* लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें।
* धन-वृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें।
* तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है एवं बाधा शांति होती है।
* इत्र मिले जल से अभिषेक करने से बीमारी नष्ट होती है।
* पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गाय के दूध से रुद्राभिषेक करें। एेसा करने पर योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है।
* ज्वर की शांति हेतु शीतल जल/ गंगाजल से रुद्राभिषेक करें।
* शक्कर मिले दूध से अभिषेक करने पर जड़बुद्धि वाला भी विद्वान हो जाता है।
* सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है एवं उसका मरण होता है।