कर्ज लेनदेन के दौरान जरूर दें इन 5 बातों पर ध्यान, पूरी जिंदगी भारी पड़ेगी भूल

इंसान अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए मेहनत करते हुए कमाई करता हैं। लेकिन जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आ जाते हैं जब जरूरतें कमाई से ज्यादा हो जाती हैं जिसकी पूर्ती के लिए इंसान को कर्ज लेना पड़ता हैं। कर्ज समय के साथ चुकाया जा सकता हैं, लेकिन कई बार यह पूरी जिंदगी पर भारी पड़ जाता हैं। ऐसे में शास्त्रों में कर्ज के लेनदेन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताई गई हैं जिन्हें ध्यान रख कर्ज से जुड़ी परेशानियों से बचा जा सकता हैं। तो आइए जानते हैं किस समय कर्ज नहीं लेना चाहिए और इस दौरान किन पांच चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

इन दिनों भूलकर भी न लें कर्ज

ज्योतिष विज्ञान के अनुसार कर्ज लेते समय दिनों का विचार अवश्य ही करना चाहिए। कर्ज कभी भी मंगलवार, शनिवार और रविवार को नहीं लेना चाहिए। कहते हैं सप्ताह के इन दिनों लिया गया कर्ज बड़ी मुश्किल से चुकता होता है। कर्ज में मूल से ज्यादा ब्याज चुकता करना पड़ता है। इसलिए इन तीन दिनों में कभी कर्ज नहीं लेना चाहिए।

कर्ज लेते समय इन योगों का रखें ध्यान

पंचांग के पांच अंगों में से एक अंग है योग और कुल योग 27 हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार ऐसे तीन योग हैं जिनमें कभी कर्ज नहीं लेना चाहिए। इनमें वृद्धि योग, द्विपुष्कर योग और त्रिपुष्कर योग आते हैं। ऐसा माना जाता है कि वृद्धि योग में कर्ज लेने पर बढ़ता है, द्विपुष्कर योग में कर्ज लेने पर दोगुना होता है और त्रिपुष्कर योग में कर्ज तीन गुना बढ़ जाता है।

इस नक्षत्र में कभी न लें पैसे उधार

किसी से धन उधार लेते समय नक्षत्र का भी विचार किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि हस्त नक्षत्र में लिया हुआ कर्ज जल्दी चुकता नहीं होता है। इसके अलावा मूल, आद्रा, ज्येष्ठा, विशाखा, कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा और उत्तराभाद्रपद एवं रोहिणी नक्षत्रों में भी कर्ज लेना भारी पड़ता है।

इस लग्न में किसी को पैसे न दें उधार

ज्योतिष विज्ञान के अनुसार, चर लग्न में कर्जा नहीं देना चाहिए। चर लग्न में पांचवें व नौवें स्थान में शुभ ग्रह व आठवें स्थान में कोई भी ग्रह नहीं होना चाहिए। लेकिन मेष, कर्क, तुला और मकर जैसे चर लग्न में कर्ज लेने पर शीघ्र ही उतर जाता है। इसके विपरीत उपरोक्त चर लग्न में कभी किसी को कर्ज नहीं देना चाहिए।

कर्ज लेते समय संक्रांति का रखें विशेष ध्यान

ज्योतिष गणना के अनुसार, किसी से ऋण लेते समय संक्रांति का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। हर महीने (अधिकमास को छोड़कर) संक्रांति आती है। संक्रांति पर कभी भी धन उधार नहीं लेना चाहिए और न ही किसी को पैसे उधार में देने चाहिए।