हिंदू धर्म में हर एकादशी का बहुत महत्व माना गया हैं। आने वाली 20 दिसंबर, रविवार को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि हैं जिसे उत्पन्ना एकादशी के तौर पर जाना जाता हैं। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन किया जाता है और कहते हैं कि एकादशी का व्रत करने से मनुष्य को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती हैं। इसी के साथ ही उत्पन्ना एकादशी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और साथ ही आर्थिक तरक्की भी मिलती है। आज इस कड़ी में हम आपको उत्पन्ना एकादशी के कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जो बेहद ही फलदायी साबित होंगे। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
- एकादशी के दिन भगवान विष्णु के साथ ही भगवान श्रीकृष्ण का भी पूजन किया जाता है। इस दिन लोग भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए व्रत भी करते हैं लेकिन ध्यान रखें कि इस व्रत में अन्न का सेवन करना वर्जित होता है।
- शास्त्रों में बताया गया है कि उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु जी के भक्तों को दक्षिणावर्ती शंख की पूजा निश्चित रूप से करनी चाहिए। इससे कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
- अगर आपका कोई महत्वपूर्ण कार्य काफी समय से अटका हुआ है तो एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन करते समय उन्हें पीले चंदन और केसर में गुलाब जल मिलाकर तिलक करें। इस उपाय को करने से आपके सभी कार्य पूर्ण होंगे।
- आर्थिक संकटों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो एकादशी के दिन एक नारियल लाएं और उसे थोड़ा सा काटकर उसमें बूरा और देसी घी मिलाकर भर दें। इसके बाद नारियल को बंद कर दें और किसी ऐसी जगह मिट्टी में दबाकर आएं जहां आस-पास चीटियों का बिल हो। कहते हैं कि जैसे-जैसे चीटियां उस नारियल का खाएंगी वैसे ही आपकी आर्थिक समस्याएं भी दूर होने लगेंगी।
- एकादशी पूजा के समय भगवान विष्णु को पंचामृत और तुलसी के पत्ते का भोग लगाएं। इससे भगवान विष्णु प्रसन्न होंगे। आपकों जीवन में सभी प्रकार के सुख प्राप्त होंगे। ध्यान रहे कि उत्पन्ना एकादशी रविवार को है, इस दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ते हैं। ऐसे में आप पहले से ही पत्ते तोड़कर रख लें।
- एकादशी के दिन भगवान श्रीकृष्ण को नारियल और बादाम का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद वह भोग बच्चों में प्रसाद के तौर पर बांट दें। यह उपाय लगातार 27 एकादशियों तक करें तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी।
- संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं तो एकादशी के दिन से गोपाल मंत्र ‘ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते देहि में तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः’ मंत्र का जाप करना शुरू करें और यह जाप प्रतिदिन 108 बार करें। इससे संतान योग बनते हैं।
- तुलसी की जड़ की थोड़ी-सी मिट्टी लेकर पानी में डालकर स्नान करें। फिर साफ पानी से स्नान करके, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर भगवान विष्णु की पूजा करें। इससे स्वास्थ्य समस्या से निदान मिलेगा।