होने जा रही कार्तिक माह की शुरुआत, रखें इन बातों का ध्यान, मिलेगी आर्थिक मजबूती

आज शरद पूर्णिमा के साथ आश्विन माह का अंत हो रहा हैं और कल 1 नवम्बर से कार्तिक मास का आगमन होने जा रहा हैं। कार्तिक का महिना 1 नवंबर से शुरू होगा जो 30 नवंबर तक रहने वाला हैं। धार्मिक रूप से इस महीने का बड़ा महत्व माना जाता हैं। त्योहारों के साथ-साथ यह दान-पुण्य का महीना भी कहलाता हैं। इस महीने में किए गए धार्मिक काम और विशेष उपाय आपकी आर्थिक समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कार्तिक माह में किन बातों का ध्यान रखा जाए।

- यह माह तन और मन दोनों से संयम रखने का होता है। इसलिए इस माह में अपने मन को ईश्वर की भक्ति में लगाएं। किसी की निंदा न करें अपशब्द न कहें। मन पर नियंत्रण रखें, कम बोलें।

- कार्तिक मास व्रत और तप करने का माह माना गया है, इसलिए इस माह में ब्रह्मचार्य का पालन अवश्य करना चाहिए। मान्यता है कि ब्रह्मचार्य का पालन न करने पर अशुभ फल की प्राप्ति हो सकती है।

- कार्तिक मास में दलहन यानि दालों का सेवन निषेध माना गया है। इस माह में उड़द, मूंग, मसूर, मटर और राई आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

- कार्तिक माह में तुलसी पूजन का महत्व है। इस महीने नियमित रुप से तुलसी का पूजन करना चाहिए। इस माह में तुलसी दान करने का भी बहुत महत्व होता है।

- कार्तिक माह में शरीर पर तेल लगाना वर्जित माना जाता है। कार्तिक माह में केवल नरक चतुर्दशी के दिन ही तेल लगा सकते हैं। इसलिए इस माह में शरीर पर तेल न लगाएं।

- कार्तिक माह में भूमि पर शयन करने के नियम मुख्य माना गया है। भूमि पर शयन करने के मन में सात्विकता बनी रहती है। इसलिए इस माह भूमि पर ही शयन करना चाहिए।