हर कोई चाहता हैं कि उसे अपने काम में सफलता और तरक्की प्राप्त हो और इसके लिए वे हर संभव प्रयास करने की कोशिश करते हैं। ज्योतिष में भी कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जो आपके करियर को तरक्की देने का काम करते हैं। ज्योतिष में रत्नों का भी महत्व बताया गया हैं जिन्हें धारण करने से कुंडली में शुभ प्रभाव बढ़ता है। ग्रहों से संबंधित रत्न उनकी शुभता में वृद्धि करके व्यक्ति को जीवन में सफलता दिलाने में मदद करते हैं। शास्त्रों में बताया है कि आज जिस क्षेत्र मे हैं, उसमें पूर्ण सफलता प्राप्ति के लिए आपको उस क्षेत्र से संबंधित रत्न धारण करना चाहिए। हम आपको इससे जुड़ी जानकारी ही देने जा रहे हैं कि अपने करियर के अनुसार आपको कौनसा रत्न धारण करना चाहिए।
हीरा हीरा शुक्र का रत्न माना जाता है और शुक्र सुख-सुविधाओं का स्वामी है। हीरा पहनने से सुख व ऐशवर्य में वृद्धि होती है। साथ ही प्रेम व वैवाहिक सुख की प्राप्ति होती है। जो लोग कला, फिल्म, मनोरंजन, संगीत, नृत्य थिएटर और डिजाइनिंग संबंधित कार्यों से जुड़े होते हैं, उन्हें हीरा धारण करना चाहिए। इसके अलावा सौंदर्य प्रसाधन के विक्रेता, सौहार्द, इत्र और सुगंधित द्रव्य, फूल, विवाह से संबंधित कार्य, विलासिता की वस्तुएं, रेस्तरां, सिनेमाघरों, होटल से संबंधित कार्य आदि से जुड़े व्यक्ति हीरा धारण कर सकते हैं।
मोती रत्न शास्त्र के अनुसार, मोती रत्न फेफड़े एवं छाती से संबंधित रोगों का चिकित्सक, मनोचिकित्सक, उदर रोग का विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, दुकानदार, ट्रैवल एजैंसी, नर्सिंग, हॉकर और चांदी के व्यापारी धारण कर सकते हैं लाभ मिलेगा।
पन्ना पन्ना बुध का रत्न है और इसको पहनने से स्मरण शक्ति मजबूत होती है। रत्न शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों का प्रोफेशन टीचिंग, ब्रोकर्स, संपादक, प्रकाशक, लेखक, मुद्रक, वक्ता, गणितज्ञ, लेखांकन से संबंधित लोग, बीमा एजैंट, बैंक, नगर निगम कर्मचारी, दुकानदार, संदेशवाहक, जादूगर, श्वास संबंधी रोगों का चिकित्सक प्रशिक्षक, त्वचा रोग विशेषज्ञ आदि हो वे पन्ना रत्न धारण कर सकते हैं।
माणिक्य माणिक्य सूर्य का रत्न है, इसको पहनने से साहस में वृद्धि होती है और सूर्य के समान तेज प्राप्त होता है। अगर आप प्रशासनिक क्षेत्र में जाना चाहते हैं तो भी आप इस रत्न को धारण कर सकते हैं। साथ ही यह रत्न रक्त संबंधित सभी बीमारियों को दूर करता है और आरोग्य की प्राप्ति होती है। रत्न शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति सरकारी कर्मचारी, राजनेता, दवाइयां, उच्चाधिकारी, न्यायाधीश, पैतृक व्यवसाय, नेत्र, गला, मस्तिष्क, हृदय एवं रक्त से संबंधित डॉक्टर, स्वर्णाभूषणों का निर्माता और विक्रेता, राजकीय कामों का ठेकेदार हैं वे माणिक्य रत्न धारण कर सकते हैं।
मूंगा मूंगा मंगल का रत्न है और इसके मंगल के दिन ही धारण करना चाहिए। साथ ही पुलिस या फौज में जाना चाहते हैं या तैयारी कर रहे हैं, उनको मूंगा धारण करना चाहिए। इसको पहने से साहव व आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। रत्न शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति प्लास्टिक सर्जरी से संबंधित चिकित्सक, सर्जन, जलने अथवा कटने की चिकित्सा से संबंधित डॉक्टर, अस्थि रोग विशेषज्ञ, विद्युत, पुलिस, सेना, साहसी कार्य, हथियार निर्माता और विक्रेता, प्रॉपर्टी डीलर, फायर सर्विसेज, इंजीनियरिंग, मिनरल एंड मैटल्स, रसायन, वन विभाग, वकील, नाई, मांस का व्यवसाय, खानसामा से जुड़े हैं वे मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं।
पुखराज पुखराज को गुरु बृहस्पति का रत्न माना गया है और इसको पहनने से कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत होती है। इससे मान-सम्मान और कीर्ति में वृद्धि होती है और धर्म-कर्म के कार्यों में भी रुचि बढ़ती है। रत्न शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति व्याख्याता, न्यायाधीश, धर्म शिक्षक, दार्शनिक, शोधार्थी, पुजारी, विद्वान, भविष्यवक्ता, मिनिस्टर, शिक्षा, चैरिटी, गैस्ट्रोलॉजिस्ट, उदर रोग विशेषज्ञ आदि से जुड़े हैं, वे पुखराज धारण कर सकते हैं।
नीलम रत्न शास्त्र के अनुसार, जो व्यक्ति पैट्रोलियम, खनिज, अरुचिपूर्ण कार्य, इंजीनियरिंग, सर्विस, कृषि, सफाई से संबंधित कार्य, जेल, लोहे से संबंधित कार्य, पत्थर, लेबर का ठेकेदार, कठोर परिश्रम वाले कार्य, दंत रोग विशेषज्ञ, कैंसर रोग विशेषज्ञ, अवरोध से संबंधित बीमारियां, अस्थि रोग विशेषज्ञ से जुड़े हैं, वे नीलम धारण कर सकते हैं।