आज रंगपंचमी पर आजमाए ये उपाय, जीवन की परेशानियों का होगा अंत

होली के त्यौहार के 5 दिन बाद चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी को रंग पंचमी का पर्व आता हैं जिसे श्रीपंचमी के नाम से भी जाना जाता हैं। महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और राजस्थान के कई क्षेत्रों में आज के दिन होली खेली जाती हैं। इसे देवी-देवताओं की होली भी कहा जाता है और आज के दिन हवा में गुलाल उड़ाकर भगवान को अर्पित की जाती हैं। आज रंगपंचमी के दिन से जुड़े ज्योतिष में कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें कर लिया जाता हैं तो जीवन की परेशानियों का अंत हो जाता हैं और सुख-समृद्धि का आगमन होता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

धन की बरकत का उपाय

देवी लक्ष्मी व नारायण जी का कमल के फूल बैठे हुए चित्र घर की उत्तर दिशा में लगाएं। फिर एक लोटे में जल भर कर वहां रख दें। गुलाब के फूल चढ़ाकर गाय के घी का दीपक जलाएं। फिर आसन पर बैठकर तीन माला 'ॐ श्रीं श्रीये नमः' मंत्र का जाप करें। देवी लक्ष्मी और भगवान नारायण को गुड़ और मिश्री का भोग अर्पित करें। बाद में उस जल से पूरे घर का छिड़काव करें। इससे धन संबंधी समस्याएं दूर होकर बरकत होने लगेगी।

आर्थिक समस्या ऐसे होगी दूर

रंग पंचमी के दिन पानी में चुटकीभर हल्दी व थोड़ा सा गंगा जल मिलाकर नहाएं। इससे आर्थिक परेशानी दूर होने में मदद मिलेगी। नारियल पर सिंदूर छिड़कर कर उसे शिव मंदिर में चढ़ाएं। इसके साथ ही तांबे के लोटे में जल व थोड़ी सी मसूर की दाल डालकर शिवलिंग पर अर्पित करें। इससे धन संबंधी परेशानियां दूर होकर आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

सरकारी नौकरी पाने में रुकावटें होगी दूर

रंग पंचमी के दिन जल्दी उठकर नहा लें। फिर शंख में जल 2 चुटकी रोली व हल्दी डालें। उसके बाद 108 बार 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' मंत्र का जाप करें। फिर कुशा के आसन पर खड़े होकर इस शंख से सूर्य देवता को अर्घ्य दें। तीन प्रदक्षिणा करके 27 बार गायत्री मंत्र पढ़ें। इससे सरकारी नौकरी में आने वाली बाधाएं दूर होगी।

पारिवारिक कलह क्लेश होगा दूर

रंगपंचमी पर सूर्योदय के समय एक स्टील के लोटे में पानी, थोड़ा सा गुड़ और गंगाजल मिलाएं। फिर 108 बार 'ॐ श्री पितृदेवताय नमः' मंत्र का जाप करें। फिर इस जल को पीपल के वृक्ष की जड़ में चढ़ा दें। मगर लोटे में थोड़ा सा जल रहने दें। इससे पूरे घर पर छिड़काएं। इससे परिवार में चल रहा तनाव दूर होकर रिश्तों में मिठास आएगी।