रक्षाबंधन का त्योंहार एक पवित्र रिश्ते भाई-बहन के प्यार को दर्शाता हैं। इस दिन हर बहन अपने भाई के जीवन की मंगलकामना करते हुए उसके हाथ में रक्षासूत्र बांधती हैं और अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। राखी बांधते समय आपको यह ध्यान रखने की जरूरत होती है कि राखी शुभ मुहूर्त में हिन्दू धर्म के अनुसार विधि विधान से मनाई जाए तो इसकी शुभता का फल कई गुणा बढ़ जाता हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह रक्षाबंधन को और शुभ बनाया जाए।
थाली में कुमकुम के प्रयोग से सबसे पहले 'स्वास्तिक' का निशान बनाएं। अब हाथ में थोड़ा कुमकुम लेते हुए भाई को सबसे पहले तिलक लगाएं। तिलक के ऊपर अक्षत लगाएं और कुछ अक्षत भाई के सिर के ऊपर भी फेंकें। ऐसा करना शुभ माना जाता है। इसके बाद राखी बांधें, मिठाई खिलाएं और भाई से अपनी रक्षा करने का संकल्प लें।
इसके साथ ही बहन को भी पवित्र हृदय से भाई के जीवन की शुभता और उनकी रक्षा के लिए ईश्वर से कामना करना चाहिए। इससे भाई सभी प्रकार की विपदाओं से सुरक्षित रहता है।
इस दिन कुछ बहनें व्रत भी रखती हैं। कुछ निर्जला उपवास करती हैं तो कुछ सामान्य फलाहार लेते हुए व्रत के नियमों का पालन करती हैं। रक्षाबंधन के दिन पूर्णिमा तिथि होती है इसलिए इस दिन कोई भी व्रत करे, उसे शुभ ही माना जाता है।