हर साल की तरह इस साल भी रक्षाबंधन का पर्व श्रावण की पूर्णिमा को जा रहा हैं। इस साल यह त्योंहार 26 अगस्त को मनाया जा रहा हैं। ज्योतिष के अनुसार इस बार रक्षाबंधन के शुभ अवसर पर पंचक के भी योग रहेंगे। पंचक 25 अगस्त से प्रारंभ होकर 30 अगस्त तक रहेगा। शास्त्रों में पंचक को अशुभ माना जाता हैं। लेकिन कुछ उपायों के द्वारा इसकी अशुभता को दूर किया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह रक्षा बंधन पर पंचक में पाएं शुभ फल।
* रक्षाबंधन के दिन दोपहर 12 बजकर 35 मिनट तक 'धनिष्ठा' नक्षत्र रहेगा। अगर आप रक्षाबंधन दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से पूर्व कर रहे हैं तो रक्षाबंधन से पूर्व भाई-बहन इस मंत्र का जाप 11 बार करें। "वसो पवित्रेति नम:" और मंत्र जपने के बाद राखी बांधने के पहले बहन अपने भाई को नारियल भेंट दे और उसके बाद राखी बांध सकते हैं।
* दोपहर 12 बजकर 35 मिनट के बाद 'शतभिषा' नक्षत्र प्रारंभ होगा। अगर आप रक्षाबंधन दोपहर 12 बजकर 35 मिनट के बाद करते हैं तो बंधन के पहले इस मंत्र का जाप 11 बार कर सकते हैं। "वरणस्तम्भेति नम:"। और मंत्र के बाद अपने भाई को आम भेंट करें और उसके बाद राखी की प्रक्रिया शुरू करें। इन उपाय को करने से आपके पंचक दोष का निवारण होगा और शुभ फल प्राप्त होगा।