एकादशी के दिन की गई ये गलतियां पड़ सकती हैं खुशियों पर भारी

आज 18 अगस्त, बुधवार को श्रावण शुक्ल एकादशी अर्थात पुत्रदा एकादशी हैं। यह दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित होता हैं और उनका पूजन कर मनोकामनाओं की पूर्ती की कामना की जाती हैं। लेकिन इसी के साथ ही आज के दिन कुछ नियमों की पालना भी की जानी जरूरी हैं। एकादशी के दिन की गई कुछ गलतियां आपकी खुशियों पर भारी पड़ सकती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिन्हें एकादशी पर नहीं किया जाना चाहिए।

- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी के पावन दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस दिन चावल का सेवन करने से मनुष्य का जन्म रेंगने वाले जीव की योनि में होता है। इस दिन जो लोग व्रत नहीं रखते हैं, उन्हें भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए।

- एकादशी के दिन महिलाओं का अपमान करने से व्रत का फल नहीं मिलता है। सिर्फ एकादशी के दिन ही नहीं व्यक्ति को किसी भी दिन महिलाओं का अपमान नहीं करना चाहिए। जो व्यक्ति महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं उन्हें जीवन में कई तरहों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

- एकादशी के पावन दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन ऐसा करने से जीवन में तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दिन व्रत करना चाहिए। अगर आप व्रत नहीं करते हैं तो एकादशी के दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करें।

- एकादशी के पावन दिन भगवान विष्णु की अराधना का होता है, इस दिन सिर्फ भगवान का गुणगान करना चाहिए। एकादशी के दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए और वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए।

- एकादशी के दिन अपने आचार और व्यवहार से संयम और सात्विक आचरण का पालन करना चाहिए। ये पावन तिथि भगवान विष्णु की आराधना और उनके प्रति समर्पण के भाव को दर्शाती है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। lifeberrys हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरुर करें।)