सनातन धर्म में पितृपक्ष की बहुत महत्ता बताई गई हैं जो कि इस बार 10 सितम्बर से शुरू होकर 25 सितंबर पर समाप्त हो रहा हैं। इन दिनों में पितर देवलोक से धरती पर आते हैं और उनके निमित श्राद्ध किए जाते हैं। इन दिनों पितरों के लिए तर्पण से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद मिलता है। ऐसे में ज्योतिष में पितृपक्ष से जुड़े कुछ उपाय बताए गए हैं जिन्हें करने से पितर खुश होते हैं और उनकी विशेष कृपा पाई जा सकती है। आज हम आपको इन्हीं उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें करने से पितरों को प्रसन्न किया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
दीवार पर तस्वीर लगाएंकहते हैं घर हो या व्यापार स्थल पितरों की हंसती-मुस्कुराती हुई तस्वीर लगानी चाहिए। लेकिन ध्यान रखें कि तस्वीर दक्षिण-पश्चिम की दीवार या कोने में ही लगाएं। इससे पितरों का आर्शीवाद मिलता है।
खीर का भोग लगाएंअगर आप आर्थिक समस्या से परेशान हैं तो इस सर्वपितृ अमावस्या के दिन पितरों को खीर का भोग लगाएं। उन्हें दूध और चावल से बना खीर और पूरी अर्पित करें। यदि भोजन चांदी के बर्तन में परोसा जाए तो ज्यादा शुभ होगा।
प्रणाम से करें दिन की शुरुआतदिन की शुरुआत करते समय सबसे पहले पितरों की तस्वीर को प्रणाम करें। इसके बाद उसपर फूल-माला चढ़ाएं। धूपबत्ती जलाएं और उनका आर्शीवाद लें। ऐसा करने से पीतरों को अच्छा लगता है और वह प्रसन्न होते हैं।
दूध को करें पीपल में अर्पित अगर आपका कोई काम नहीं बन रहा है या कोई मनोकामना अधूरी है तो आप पितृ पक्ष पर इसके लिए उपाय कर सकते हैं। इसके तहत आपको सवा पाव कच्चा दूध लेकर नीम, पीपल और बरगद की त्रिवेणी में अर्पित करना होगा। दूध चढ़ाने के बाद वृक्ष की सात बार परिक्रमा करनी होगी। इस दौरान आप ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें।
जयंती और बरसी मनाएंपितरों की जयंती और बरसी मनाना कभी भी न भूलें। इस दिन कोई न कोई आयोजन जरूर करें। भले ही छोटा सा करें लेकिन उन्हें याद जरूर करें। साथ ही उनकी याद में खाना और मिठाईयां बांटे। इससे उनकी कृपा सदैव परिवार पर बनी रहती है।
लाल पोटली का उपाय अगर आपके घर में कोई काफी बीमार है तो आप पितृ पक्ष की चतुर्दशी के दिन रोगी के सिरहाने एक लाल पोटली रख दें। थैले में 100 ग्राम गेहूं के दानों के साथ एक रुपए का सिक्का और एक कील बांधकर रख दें। अब अगले दिन सुबह इस पोटली को पीपल के वृक्ष की जड़ में गाड़ आए। आते समय किसी से कुछ बोले न। ऐसा करने से जल्द ही स्वास्थ लाभ होगा।
प्याऊ बनवाएंपितरों को प्रसन्न करने के लिए आप उनके नाम पर प्याऊ बनवाएं। कहते हैं कि इससे उन्हें काफी प्रसन्नता मिलती है। इसके अलावा उनके नाम पर शमशान में बैठने की व्यवस्था करवाएं। यदि चाहें तो कोई चबूतरा बनवा दें या फिर चबूतरा बना हो तो उसके ऊपर शेड भी डलवा सकते हैं।
दान करें पितरों को प्रसन्न करने के लिए अधिक से अधिक दान करें। चाहें तो धन या फिर किसी अन्न-वस्त्र इत्यादि जरूरत की वस्तुओं को दान में दे सकते हैं। इससे पितरों को शांति मिलती है और वह प्रसन्न होते हैं।