शुक्रवार के दिन संतोषी माता की पूजा अनिवार्य है क्यों की यह व्रत करना कई रूपों मे लाभदायक है। यह व्रत ग्रह शुक्र की आराधना के लिए किया जाता है और परिवार में बेटे की तमन्ना , मन और सद्भाव की शांति सुनिश्चित करने के लिए भी किया जाता है। यह श्वेत वस्त्र की देवी के सम्मान के रूप में भी मनाया जाता है। ये देवी संतोषी माता का व्रत है। संतोषी मां पार्वती या दुर्गा का एक अन्य रूप है। श्रद्धालु लोग इस दिन सफेद कपड़े पहनते है और रात में सफेद खाना खाते हैं जैसे - खीर. खट्टे व्यंजनों का इस व्रत में ख़ास परहेज किया जाता है। तो आइये जानते है इस व्रत का महत्व के बारे मे.....
1. शुक्रवार का व्रत धन, विवाह, बच्चे और भौतिकवादी सुख प्राप्त करने के लिए किया जाता है। यह व्रत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को शुरू किया जाता है।
2. 16 शुक्रवार रखने से मन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती है।
3. इस व्रत को सच्चे मन से करने से सारे सकंट और सारी विपतियाँ दूर हो जाती है।
4. घर मे चल रहे कलेशो को भी इस व्रत के द्वारा शांति का वातावरण बनाया जा सकता है।
5. भूलकर भी इस दिन खट्टी चीज़ो का सेवन नहीं करना चाहिए वरना किये गए ये सब व्रत व्यर्थ हो जायेंगे।
6. सच्चे मन से की गयी पूजा से माँगा गयी मन्नत भी पूरी होती है।