कार्तिक पूर्णिमा के दिन ना करें ये काम, बनेंगे पाप के भागीदार

हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का बड़ा महत्व माना जाता हैं और इसे देव दिवाली के तौर पर भी मनाया जाता हैं। दीपावली के 15 दिन बाद और देवउठनी एकादशी के चार दिन बात देव दीपावली का पर्व आता है। इस दिन किया गया दीपदान गंगा सेवन के बराबर फल देता है। लेकिन आज के दिन कुछ सावधानियां भी बरतने की जरूरत होती हैं ताकि पाप से बचा जा सकें। इसलिए आज हम को उन काम की जानकारी देने जा रहे हैं जो कार्तिक पूर्णिमा के दिन ना करें तो बेहतर रहेगा। तो आइये जानते है उनके बारे में।

- इस दिन तामसिक भोजन का सेवन ना करें।

- कार्तिक पूर्णिमा के दिन संभोग ना करें। ऐसे करने से चंद्रमा के दुष्प्रभाव को झेलना पड़ सकता है।

- इस दिन शराब और धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा किसी व्यक्ति से झगड़ा भी नहीं करना चाहिए।

- कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी जानवर की हत्या नहीं करनी चाहिए और ना ही उसे मारना चाहिए।

- इस दिन गरीब और लाचार लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए।

- इस दिन बुजुर्ग लोगों को दुख नहीं देना चाहिए अन्यथा किसी भी देवता की कृपा नहीं प्राप्त होगी।

- कार्तिक पूर्णिमा के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ना चाहिए और ना ही तुलसी को जड़ से उखाड़ना चाहिए।

- इस दिन उड़द, मसूर, करेला, बैंगन और हरी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए।