नवरात्रि स्पेशल : माता कूष्माण्डा दूर करती है मृत्यु भय, करें इन मन्त्रों का जाप

आज नवरात्रि का चौथा दिन हैं और सभी तरफ माता कूष्माण्डा की पूजा की जा रही हैं। माता कूष्माण्डा का मुख सूर्य के सामान तेजवान होता हैं, जिसके दर्शन मात्र से ही शरीर में नई चेतना उजागर होती हैं। इसी के साथ ही शास्त्रों में माता कूष्माण्डा की पूजा के लिए कुछ मन्त्रों का जाप करना बताया गया हैं, जिनको करने से मृत्यु भय दूर होता हैं और जीवन की परेशानियों का समाधान होने लगता हैं। तो आइये जानते हैं माता कूष्माण्डा के जप के इन मन्त्रों के बारे में।

* 'ॐ कूष्माण्डायै नम:।।'
* ॐ ऐं गर्ज गर्ज क्षणं मूढ मधु यावत् पिबाम्यहम्।
मया त्वयि हतेऽत्रैव गर्जिष्यन्त्याशु देवताः ऐं ॐ।।
* ॐ ऐं ततो हाहाकृतं ततो हाहाकृतं सर्वं दैत्यसैन्यं ननाश तत्।
प्रहर्षं च परं जग्मुः सकला देवतागणाः ऐं ॐ।।
* ॐ ऐं क्षणेन तन्महासैन्यमसुराणां तथाऽम्बिका।
निन्ये क्षयं यथा वह्निस्तृणदारु महाचयम् ऐं ॐ।।
* ॐ ऐं से नम: सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या खिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ।।
* ॐ ऐं विद्यासु शास्त्रेषु विवेकदीपेष्वाद्येषु, वाक्येषु च का त्वदन्या।
ममत्वगर्तेऽतिमहान्धकारे, विभ्रामयत्येतदतीव विश्वम् ऐं ॐ।।