हिन्दू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा का विशेष महत्व होता हैं और उनकी उपासना के लिये व्रत व त्यौहार मनाये जाते हैं। लेकिन इसी के साथ हिन्दू धर्म में जीव-जंतुओं को भी विशेष स्थान दिया गया हैं और उनकी भी पूजा की जाती हैं। इसलिए ही सावन के महीने की पंचमी को नागपंचमी मनाई जाती हैं और नागदेवता की पूजा की जाती हैं और उन्हें दूध पिलाया जाता हैं। ताकि नागदेवता और भगवान शिव हम पर कृपा बनाए रखें। लेकिन क्या अप जानते हैं कि नाग पंचमी और श्री कृष्ण का भी संबंध हैं। आइये हम बताते है इस सम्बन्ध के बारे में।
नाग पंचमी की पूजा का एक प्रसंग भगवान श्री कृष्ण से जुड़ा हुआ भी बताते हैं। बालकृष्ण जब अपने दोस्तों के साथ खेल रहे थे तो उन्हें मारने के लिये कंस ने कालिया नामक नाग को भेजा। पहले उसने गांव में आतंक मचाया। लोग भयभीत रहने लगे। एक दिन जब श्री कृष्ण अपने दोस्तों के साथ खेल रहे थे तो उनकी गेंद नदी में गिर गई। जब वे उसे लाने के लिये नदी में उतरे तो कालिया ने उन पर आक्रमण कर दिया फिर क्या था कालिया की जान पर बन आई। भगवान श्री कृष्ण से माफी मांगते हुए गांव वालों को हानि न पंहुचाने का वचन दिया और वहां से खिसक लिया। कालिया नाग पर श्री कृष्ण की विजय को भी नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है।