वसंत पंचमी 2020 : अपनाए सरस्वती यंत्र, बदल जाएगी आपकी दुनिया

वसंत पंचमी का पावन पर्व आ चुका हैं जो कि मां सरस्वती को समर्पित हैं। इस बार पंचमी तिथि बुधवार सुबह 10:46 से शुरू होगी जो गुरुवार दोपहर 1:20 तक रहेगी। इस दिन मां सरस्वारी का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाता हैं और बुद्धि, विद्या, ऐश्वर्य की कामना की जाती हैं। मां सरस्वती प्रधानत: जगत की उत्पत्ति और ज्ञान का संचार करती हैं। आज के दिन सरस्वती यंत्र को अपनाया जाए तो बेहद शुभकारी माना जाता हैं। हम आपको इसे धारण करने की विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

मां सरस्वती यंत्र को शुभ मुहूर्त में चांदी या कांस्य की थाली में, केसर की स्याही से, अनार की कलम से लिखकर सविधि पूजन कर माता सरस्वतीजी की आरती करें। यात्रांकित कांस्य थाली में भोजन परोसकर श्री सरस्वत्यै स्वाहा, भूपतये स्वाहा, भुवनपतये स्वाहा, भूतात्मपतये स्वाहा 4 ग्रास अर्पण करके स्वयं भोजन करें।

याद रहे, यंत्र भोजन परोसने से पहले धोना नहीं चाहिए। वसंत पंचमी से 14 दिनों तक नित्य करने से यंत्र प्रयोग मस्तिष्क में स्नायु तंत्र को सक्रिय (चैतन्य) करता है और मनन करने की शक्ति बढ़ जाती है। धैर्य, मनोबल व आस्था की वृद्धि होती है और मस्तिष्क काम करने के लिए सक्षम हो जाता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है और विद्या वृद्धि में प्रगति स्वयं होने लगती है। इसी के साथ ही एकादशाक्षर सरस्वती मंत्र : ॐ ह्रीं ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम: का जाप करें।