मलमास पूर्णिमा पर राशि के अनुसार करें ये काम, खुशियों से भर जाएगा आपका जीवन

मलमास अर्थात अधिकमास का महीना जारी हैं जिसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ नहीं माना जाता हैं लेकिन धार्मिक कार्य किए जाते हैं। भगवान विष्णु को यह महीना प्रिय हैं जिसके चलते इसे पुरुषोत्तम मास के नाम से भी जाना जाता हैं। आज मलमास महीने की पूर्णिमा हैं जिसका बहुत महत्व माना जाता हैं। आज के दिन किए गए ज्योतिषीय उपाय जीवन से चिंताओं को दूर कर सुख-समृद्धि लेकर आते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको राशिनुसार किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपका जीवन खुशियों से भर देंगे।

मेष राश‍ि

इस राश‍ि के जातक हनुमानजी की पूजा करें। पूर्णिमा की शाम को पवनसुत मंद‍िर में 11 खड़ी लाल म‍िर्च अर्पित करें। ख्‍याल रखें म‍िर्च डंठल वाली होनी चाह‍िए। ऐसा करने से हनुमानजी की कृपा म‍िलती है।

वृष राश‍ि

इस राश‍ि के स्‍वामी शुक्र ग्रह हैं इनका प्रत‍िन‍िध‍ित्‍व देवी लक्ष्‍मी करती हैं। इसल‍िए पूर्णिमा की शाम को घर में या माता लक्ष्‍मी के सामने म‍िश्री का दान करें। ऐसा करने से देवी लक्ष्‍मी की कृपा होती है।

म‍िथुन राश‍ि

पूर्णिमा की शाम को घर या मंद‍िर में कुबेरदेव की पूजा करें। उनके सामने गाय के घी का दीपक जलाएं। हरे मूंग की दाल का दान करें।

कर्क राशि

पूर्णिमा की शाम श‍िव मंद‍िर में साबुत चावल और दही का दान करें। ऐसा करने से भोलेनाथ प्रसन्‍न होते हैं। उनकी कृपा से जातक के जीवन की सभी दु:ख-तकलीफें दूर हो जाती हैं।

स‍िंह राशि

पूर्णिमा की सुबह भगवान सूर्य नारायण को अर्घ्‍य देकर आदित्‍य हृदय स्‍त्रोत का पाठ करना चाह‍िए। शाम के समय सूर्य मंद‍िर में गेहूं का दान करें। ऐसा करने से सूर्यदेव की कृपा म‍िलती है।

कन्‍या राशि

पूर्णिमा की शाम को कुबेर देव के मंद‍िर जाएं और हरे मूंग की दाल और हरी धन‍िया का दान करें। ऐसा करने से घर-पर‍िवार के सदस्‍यों के जीवन में धन-ऐश्‍वर्य की वृद्धि होती है।

तुला राश‍ि

पूर्णिमा की शाम को लक्ष्‍मी मंद‍िर जाएं और देवी मइया के सामने म‍िश्री से बनी खीर का भोग अर्पित करें। इसके बाद थोड़ा सा प्रसाद अपने ल‍िए रखकर कन्‍याओं में बांट दें। ऐसा करने से माता लक्ष्‍मी की कृपा होती है।

वृश्चिक राश‍ि

पूर्णिमा की शाम को घर में या क‍िसी हनुमान मंद‍िर में उनकी प्रत‍िमा के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। इसके बाद गुड़ और चने का भोग लगाएं। ऐसा करने से पवनपुत्र की कृपा म‍िलती है।

धनु राश‍ि

पूर्णिमा की शाम को घर में या मंद‍िर में जाकर भगवान दत्‍तात्रेयजी की पूजा-आराधना करें। इसके बाद चने की दाल का दान करें। ऐसा करने से भगवान दत्‍तात्रेय जी प्रसन्‍न होते हैं और सुख-समृद्धि का वास होता है।

मकर राश‍ि

इस राश‍ि के जातक पूर्णिमा की शाम को भैरव बाबा के दर्शन करें। मंद‍िर में सूखे खोपरे का दान करें। साथ ही काले कुत्‍ते को रोटी पर सरसों का तेल लगाकर ख‍िलाएं।

कुंभ राश‍ि

पूर्णिमा की शाम को भैरव बाबा के मंद‍िर में मीठा पान दान करें। ऐसा करने से उनकी कृपा म‍िलती है और जीवन धन-धान्‍य से भर जाता है।

मीन राश‍ि

पूर्णिमा की शाम दत्‍तात्रेयजी के मंद‍िर में चने की दाल, कच्‍ची हल्‍दी की गांठ और बेसन की म‍िठाई का भोग अर्पित करें। ऐसा करने से दत्‍तात्रेय भगवानजी अत्‍यंत प्रसन्‍न होते हैं। जातक पर उनकी कृपा बरसती है।