Navratri 2020 : देवी सिद्धिदात्री को समर्पित है अंतिम दिन, इन विशेष मंत्रों से करें मां को प्रसन्न

आज चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि हैं जो कि नवरात्रि के पावन पर्व का अंतिम दिन हैं और देवी सिद्धिदात्री को समर्पित हैं। कमल पर विराजमान चार भुजाओं वाली मां सिद्धिदात्री की पूजा स्वयं शिव भी करते हैं क्योंकि इन्हीं की वजह से शिव को अर्द्धनारीश्वर नाम मिला। मां सिद्धिदात्री के पूजन से बुद्धि और विवेक की प्राप्ति होती है। आज के दिन तिल का भोग लगाकर ब्राह्मण को दान दिया जाता हैं जो कि मृत्यु भय से राहत दिलाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको देवी सिद्धिदात्री के विशेष मंत्रों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनके जप से मातारानी प्रसन्न होगी।

- 'ॐ सिद्धिदात्र्यै नम:।'

मनोकामना पूर्ण हेतु मंत्र

'विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा:, स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु।
त्वयैकया पूरितमम्बयैतत्, का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्ति:।।'

स्वर्ग तथा मोक्ष पाने हेतु मंत्र

'सर्वभूता यदा देवी स्वर्गमुक्ति प्रदायिनी।
त्वं स्तुता स्तुतये का वा भवन्तु परमोक्तयः।।'

भूमि, मकान हेतु मंत्र

'गृहीतोग्रमहाचक्रे दंष्ट्रोद्धृतवसुन्धरे।
वराहरूपिणि शिवे नारायणि नमोऽस्तुते।।'

संतान प्राप्ति हेतु मंत्र

'नन्दगोप गृहे जाता यशोदा-गर्भ-सम्भवा।
ततस्तौ नाशयिष्यामि, विन्ध्याचल निवासिनी।।'