सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को मकर संक्रांति के रूप में जाना जाता है और यह दिन उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस बार मकर संक्रांति 15 जनवरी अर्थात आज मनाई जानी है। इसे उत्तरायण के नामा से भी जाना जाता है। यह दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता हैं और इस दिन सूर्य को जल चढाने से जीवन में सुख-समृद्धि आती हैं। आपको पूरा लाभ मिल सके इसलिए आज हम आपके लिए सूर्य को जल अर्पित करने के नियमों की जानकारी लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
- ज्योतिष में सूर्य को आत्मा का कारक बताया गया है। नियमित सूर्य को जल देने से आत्म शुद्धि और आत्मबल प्राप्त होता है। सूर्य को जल देने से आरोग्य लाभ मिलता है।
- सूर्य को नियमित जल देने से सूर्य का प्रभाव शरीर में बढ़ता है और यह आपको ऊर्जावान बनाता है। कार्यक्षेत्र में आपको इसका लाभ मिलता है।- जिनकी नौकरी में परेशानी चल रही हो तो नियमित रूप से सूर्य को जल देने से उच्चाधिकारी से सहयोग मिलता है और मुश्किलें दूर होती हैं।
- सूर्य को जल तांबे के बर्तन से अर्पित करना चाहिए।
- सूर्य को जल देने से पहले उसमें चावल, लाल फूल डालकर सूर्य को अर्घ्य चढ़ाएं।