राशि के अनुसार चुने रत्न और खोले अपने किस्मत के दरवाजें...

ग्रहों के बुरे प्रभाव के कारण मनुष्य को जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। वैसे तो ग्रहों की शांति के लिए कई उपाय बताए गए हैं लेकिन इस समस्या का चमत्कारिक हल रत्न द्वारा भी किया जा सकता है। वैदिक ज्योतिष को मानने और समझने वाले रत्नों के महत्व को बहुत अच्छी तरह से जानते और समझते हैं। लेकिन बहुत से लोग इस बात को लेकर संशय में रहते हैं कि उन्हें रत्न किस आधार पर पहनना चाहिए। हर राशि का अलग-अलग स्वभाव होता है वैसे ही प्रत्येक रत्न का भी हर राशि पर भिन्न प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में रत्नों का बेहद महत्व है। ये ऐसी वस्तु है जिन्हें काफी शक्तिशाली माना गया है। ज्योतिष विधा का यह दावा है कि ये रत्न बड़ी से बड़ी परेशानी को अपने प्रभाव से खत्म करने की क्षमता रखते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि किस राशि के जातक के लिए कौन-सा रत्न शुभ रहता है...

* मेष :

मेष राशि के जातकों को मूंगा अथवा गारनेट रत्न धारण करने से फायदा होता है।

* वृषभ :

वृषभ राशि वालों को हीरा या ओपल पहनना चाहिए।

* मिथुन :

इस राशि के जातकों को गोल एवं चमकदार मोती रत्न पहनना चाहिए।

* कर्क :

इस राशि के व्यक्ति को माणिक्य रत्न धारण करना चाहिए।

* सिंह :

सिंह राशि के जातक माणिक्य, रेड ओपल या गारनेट धारण करें तो उन्हें अपने कार्यों में सफलता हासिल होती है।

* कन्या :

नीलम रत्न को कन्या राशि का भाग्य रत्न माना जाता है।

* तुला :

इस राशि वाले को केवल सूर्य की दशा में ही माणिक्य धारण करना चाहिए।

* वृश्चिक :

वृश्चिक राशि के जातक मूंगा धारण करें तो इनके द्वारा किए गए प्रयासों से जल्दी सफलता पाई जा सकती है।

* धनु :

धनु राशि के जातकों के लिए फिरोज़ा भाग्यशाली रत्न माना गया है।

* मकर :

मकर राशि का स्वामी शनि ग्रह है इसलिए मकर राशि वाले जातकों को नीलम रत्न धारण करना चाहिए।

* कुंभ :

कुंभ राशि के जातकों का स्वामी ग्रह अरुण है और भाग्यशाली रत्न एमेथिस्ट है।

* मीन :

मीन राशि के जातकों का स्वामी ग्रह वरुण और लकी स्टोन एक्वामरीन है।