लाल
परम तेजस्वी और उग्र ग्रह मंगल को लेकर कई भ्रामक बातें प्रचारित की जाती
है। मंगल प्रसन्न हो जाए तो नाम के अनुरूप ही मंगल करते हैं। मंगल की
उत्पत्ति की विभिन्न कथाएं हैं। कुंडली में बैठा मंगल शुभ फल दे रहा है की
नहीं जानना चाहते हैं तो इन 5 बातों पर गौर करें :
* मंगल नेक सेनापति का स्वभाव रखता है। ऐसा व्यक्ति न्यायप्रिय और ईमानदार रहता है।
* शुभ हो तो साहसी सैन्य अधिकारी बनता है या किसी कंपनी में लीडर या फिर श्रेष्ठ नेता।
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मंगल अच्छाई पर चलने वाला ग्रह है किंतु मंगल को बुराई की ओर जाने की
प्रेरणा मिलती है तो यह पीछे नहीं हटता और यही उसके अशुभ होने का कारण है।
* सूर्य और बुध मिलकर शुभ मंगल बन जाते हैं। दसवें भाव में मंगल का होना अच्छा माना गया है। मंगल प्रधान व्यक्ति में नेतृत्व क्षमता अच्छी होती है। पराक्रमी और साहसी होते हैं।
* इनकी आंखें लंबी और त्वचा तांबई रंग लिए होती है। ऐसे व्यक्ति में स्वाभिमान होता है और यह भीड़ में पहचाने जा सकते हैं।