रुद्राक्ष धारण करने से दूर होती है सभी परेशानियाँ, जानें कौनसा रहेगा आपके लिए उचित

सभी चिंताओं से मुक्ति पाने के लिए भक्त भगवान की भक्ति करता हैं और उनकी कृपा पाना चाहता हैं। ऐसे में भगवान की भक्ति के साथ ही कुछ ऐसे उपायों को करने की जरूरत होती हैं जो जीवन में सकारात्मकता लेकर आए और सभी परेशानियों से छुटकारा दिलाए। ऐसे में आपको मदद कर सकता है रुद्राक्ष। जी हाँ, रुद्राक्ष को भगवान शिव से जुड़ा हुआ माना गया हैं और शिवपुराण में इसके बहुत महत्व बताए गाए हैं। रुद्राक्ष आपके जीवन की कई परेशानियों को दूर करने में मदद करता हैं। आज हम आपके लिए रुद्राक्ष से जुड़ी जानकारी लेकर आए हैं कि कौनसा रुद्राक्ष आपकी परेशानी दूर करने के लिए उचित रहेगा।

एक मुखी रुद्राक्ष
कहा जाता है कि एक मुखी रुद्राक्ष स्वयं भगवान शंकर का रुप है। जिस व्यक्ति के पास एक मुखी रुद्राक्ष होता है वह किस्मत का धनी होता है और भगवान शंकंर की कृपा सदैव उसके ऊपर बनी रहती है।

दो मुखी रुद्राक्ष
वास्तव में दो मुखी रुद्राक्ष शंकर और पार्वती का मिला जुला रुप है और इसे धारण करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है।

तीन मुखी रुद्राक्ष
कहा जाता है कि तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से स्त्री हत्या के पाप से मुक्ति मिल जाती है।

चार मुखी रुद्राक्ष
यह रुद्राक्ष पहनने से पुरुष की हत्या से मुक्ति मिलती है।

पांच मुखी रुद्राक्ष
मान्यता है कि यह रुद्राक्ष पहनने से सभी प्रकार के अपराधों से मुक्ति मिल जाती है।

छह मुखी रुद्राक्ष
इसे कार्तिकेय का रुप माना जाता है और छह मुखी रुद्राक्ष पहनने से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।

सात मुखी रुद्राक्ष
इसे धारण करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है और व्यक्ति को आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है और इस रुद्राक्ष को पहनने से घर में चोरी नहीं होती है।

आठ मुखी रुद्राक्ष
इसे भगवान गणेश का स्वरुप माना गया है। आठ मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।

नौ मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को बाएं हाथ में धारण करने से गर्भहत्या के कलंक से मुक्ति मिल जाती है।

दस मुखी रुद्राक्ष
इसे भगवान विष्णु का स्वरुप माना जाता है और इसे धारण करने से व्यक्ति को डर नहीं सताता है।

ग्यारह मुखी रुद्राक्ष
इसे भगवान शिव का स्वरुप माना जाता है और ग्यारह मुखी रुद्राक्ष पहनने से शिव की कृपा बनी रहती है।

बारह मुखी रुद्राक्ष
माना जाता है कि यह रुद्राक्ष पहनने से ठीक उसी फल की प्राप्ति होती है जो अश्वमेघ यज्ञ करने से प्राप्त होता है।

तेरह मुखी रुद्राक्ष
तेरह मुखी रुद्राक्ष को पहनने से सभी तरह के भोग प्राप्त होते हैं।

चौदह मुखी रुद्राक्ष
इस रुद्राक्ष को धारण करने से लोभ, मोह, माया से मुक्ति मिलती है।