जीवन में आने वाली परेशानियों की ओर इशारा करती हैं राहु की रेखाएं, जानें इनके बारे में

ज्योतिष की प्रमुख शाखा हैं हस्तरेखा शास्त्र जिसमें हाथों की लकीरों के बारे में जानकर व्यक्ति के भविष्य और स्वभाव का आंकलन किया जा सकता हैं। हथेली की रेखाएं आपके कर्म पर भी निर्भर करती हैं जिनमें समय-समय पर बदलाव होता हैं। हथेली में राहु रेखाएं भी होती हैं जिनका समबन्ध राहु गृह से जुड़ा होता हैं। ये रेखाएं आपके जीवन में आने वाली विपदाओं और परेशानियों की ओर इशारा करती है। तो आइये जानते हैं इन रेखाओं और इनसे जुड़े प्रभावों के बारे में।

- हथेली में अंगूठे के पास मंगल क्षेत्र से निकलने वाली रेखाओं को राहु रेखाएं कहा जाता है। किसी भी व्यक्ति के जीवन में इनका बुरा प्रभाव तभी होता है जब ये जीवन रेखा को काटते हुए आगे बढ़ती हैं। यदि ये जीवन रेखा को काटते हुए आगे नहीं बढ़ती है तो इनका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार राहु रेखाओं की सख्यां जितनी ज्यादा होती है व्यक्ति के जीवन में उतने ही अधिक कष्ट आते हैं। राहु की रेखाओं के कारण दैहिक, आर्थिक अथवा सामाजिक तीनों तरह का कष्ट झेलना पड़ सकता है।

- हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के हाथ में राहु रेखा मंगल क्षेत्र से निकलकर सूर्य रेखा को काटती है तो इससे व्यक्ति के मान-सम्मान की क्षति हो सकती है। सामाजिक व्यक्ति को अपयश का सामना करना पड़ता है।

- यदि किसी व्यक्ति के हाथ में राहु रेखा हृदय रेखा और मस्तिष्क रेखा को काटती है तो व्यक्ति को भारी दैहिक कष्ट का सामना करना पड़ सकता है। इसके कारण व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक रूप से गहरा आघात लग सकता है। यदि ये रखाएं पतली होती हैं तो यह प्रभाव ज्यादा दिनों तक नहीं रहता है।

- जब किसी व्यक्ति के हाथ में राहु रेखाएं जीवन रेखा के साथ भाग्य रेखा को भी काटती है तब व्यक्ति के आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है।

- हाथ में राहु रेखा को देखकर यह जानकारी भी दी जा सकती है कि व्यक्ति को किस आयु में कष्ट का सामना करना पड़ेगा। किसी व्यक्ति के हाथ में राहु रेखा जितनी देरी से जीवन रेखा को काटती है उतनी अधिक आयु में व्यक्ति को कष्टों का सामना करना पड़ता है।