मौनी अमावस्या पर किया जाता है दान, जानें इसका शुभ मुहूर्त और महत्व

आज माघ महीने की अमावस्या हैं जिसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार आज मौन रहकर व्रत करने वाले व्यक्ति को मुनि पद की प्राप्ति होती है। इस दिन पवित्र नदियों व तीर्थ स्थलों में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। आज हम आपको मौनी अमावस्या के शुभ मुहूर्त और महत्व की जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।

मौनी अमावस्या के मुहूर्त

जनवरी 24, 2020 को 02:19:25 से अमावस्या आरंभ।
जनवरी 25, 2020 को 03:13:36 पर अमावस्या समाप्त होगी।

मौनी अमावस्या का महत्व

मौनी अमावस्या के दिन व्यक्ति को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान, पुण्य तथा जाप करने चाहिए। यदि किसी व्यक्ति की सामर्थ्य त्रिवेणी के संगम अथवा अन्य किसी तीर्थ स्थान पर जाने की नहीं है, तब उसे अपने घर में ही प्रात: काल उठकर दैनिक कर्मों से निवृत होकर स्नान आदि करना चाहिए अथवा घर के समीप किसी भी नदी या नहर में स्नान कर सकते हैं। पुराणों के अनुसार इस दिन सभी नदियों का जल गंगाजल के समान हो जाता है। स्नान करते हुए मौन धारण करें और जाप करने तक मौन व्रत का पालन करें।

इस दिन व्यक्ति प्रण करें कि वह झूठ, छल-कपट आदि की बातें नहीं करेंगे। इस दिन से व्यक्ति को सभी बेकार की बातों से दूर रहकर अपने मन को सबल बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इससे मन शांत रहता है और शांत मन शरीर को सबल बनाता है। इसके बाद व्यक्ति को इस दिन ब्रह्म देव तथा गायत्री का जाप अथवा पाठ करना चाहिए। मंत्रोच्चारण के साथ अथवा श्रद्धा-भक्ति के साथ दान करना चाहिए। गाय, स्वर्ण, छाता, वस्त्र, बिस्तर तथा अन्य उपयोगी वस्तुएं अपनी सामर्थ्य के अनुसार दान करनी चाहिए।