प्राचीन समय से ही व्यक्ति से सम्बंधित चीजों से उसके स्वभाव को जानने में काम में लिया जाता हैं। इसी में एक ओर चीज है किसी व्यक्ति के हस्ताक्षर या सिग्नेचर जो कि बैंकों या जरूरी कागजातों पर व्यक्ति कि पहचान के लिए जाने जाते हैं। उसी तरह ये हस्ताक्षर व्यक्ति के स्वभाव को भी परिभाषित करते हैं। हर व्यक्ति अपनी कला के अनुसार अपने हस्ताक्षर करता हैं, जो कि उसके चरित्र का चित्रण करते हैं। तो आइये आज हम बताते हैं आपको कि किस तरह से व्यक्ति के सिग्नेचर से उसके स्वभाव को जाना जाये।
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शब्दो को लिटाकर लिखने वाला : जो व्यक्ति अपना हस्ताक्षर छोटे और शब्दो को लिटाकर लिखते हैं वह बहुत ही ज्ञानी होते हैं उनके पास सहनशक्ति, नाम, पैसा सब कुछ होता हैं बस इनकी शादीशुदा जिंदगी मैं हमेशा तकरार रहते हैं पति पत्नी का सम्बन्ध ठीक नहीं रहता।
* निचे की ओर जाता हुआ : अगर आपका सिग्नेचर नीचे की ओर है तो ये निराशावादी सोच को दर्शाता है। ऐसे लोग 'फूंक-फूंक कर' कदम रखते हैं और कुछ भी करने से पहले उसके रिस्क को तौलते हैं। जबकि गार आपका सिग्नेचर ऊपर की ओर है, तो आप आशावादी सोच के हैं। ऐसे लोग अपने फ्यूचर के बारे में ज़रूर सोचते हैं।
* जल्दी-जल्दी और अस्पष्ट हस्ताक्षर : जो लोग जल्दी-जल्दी और अस्पष्ट हस्ताक्षर करते हैं, वे जीवन में कई प्रकार की परेशानियों का सामना करते हैं। ऐसे लोग सुखी जीवन नहीं जी पाते हैं। हालांकि, ऐसे लोगों में कामयाब होने की चाहत बहुत अधिक होती है और इसके लिए वे श्रम भी करते हैं। ये लोग किसी को धोखा भी दे सकते हैं। स्वभाव से चतुर होते हैं, इसी वजह से इन्हें कोई धोखा नहीं दे सकता।
* फैले हुए हस्ताक्षर : फैले हुये व लम्बे वार्इ या जी अक्षर के लूप या हिन्दी में उ एंव ऊ की मात्रा का बड़ा होना यौन इच्छा की प्रबलता को दर्शाता है। ऐसे व्यकित दूसरों से अपना काम निकलवाने में माहिर होते हैं। इन्हे मतलबी यार कहा जा सकता है।
* सिग्नेचर का पहला अक्षर बड़ा : जो लोग सिग्नेचर का पहला अक्षर बड़ा लिखते हैं, उनके एक खास प्रतिभा छुपी होती है। ऐसे लोग किसी भी काम को एक अलग ही अंदाज में पूरा करते हैं। अपने काम को करने में वे माहिर होते हैं। पहला अक्षर बड़ा बनाने के बाद बाकी के अक्षर छोटे और सुंदर बनाने वाला व्यक्ति जीवन में किसी खास मुकाम को जरूर हासिल करता है। उन्हें जिंदगी में वो सबकुछ मिलता है, जिसकी उन्हें ख्वाहिश होती है।
* सजावट वाले हस्ताक्षर : जो व्यक्ति अपने नाम के पहले अक्षर को उठाकर और अंत वाले अक्षर को सजावट वाले बनते हैं ऐसी व्यत्कि बहुत मान सामान और देश नाम आगे बढ़ाने वाले होते हैं यह अपनी जिंदगी राजा की तरह जीता हैं इनका स्वभाव मिलनसार होता हैं।
* शब्दो को काटने वाला : जो व्यक्ति अपने हस्ताक्षर घूमकर और काट कर करता हैं ऐसा व्यक्ति बहुत दब्बू किसम का होता हैं यह पल भर मैं अपने बात से पलट जाते हैं झूठ बोलना इनकी आदत होती हैं यह अपनी जीवनसाथी के साथ हमेशा गद्दारी करते हैं गैर औरतो के साथ सम्बन्ध रखते हैं।
* हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन : कुछ लोग हस्ताक्षर के नीचे दो लाइन खींचते हैं। ऐसे सिग्नेचर करने वाले लोगों में असुरक्षा की भावना अधिक होती है। किसी काम में सफलता मिलेगी या नहीं, इस बात का संदेह सदैव रहता है। पैसा खर्च करने में इन्हें काफी बुरा महसूस होता है अर्थात ये लोग कंजूस भी हो सकते हैं।
* नीचे से ऊपर की ओर : जो लोग अपने हस्ताक्षर को नीचे से ऊपर की ओर ले जाते हैं, वे आशावादी होते हैं। निराशा का भाव उनके स्वभाव में नहीं होता है। ऐसे लोग भगवान में आस्था रखने वाले होते हैं। इनका उद्देश्य जीवन में ऊपर की ओर बढ़ना होता है। इस प्रकार हस्ताक्षर करने वाले व्यक्ति अन्य लोगों का प्रतिनिधित्व करने की इच्छा रखते हैं।