कालसर्प दोष से छुटकारा दिलाएंगे हलहारिणी अमावस्या के ये उपाय

आने वाले दिनों में 21 जून को बैसाख मास की अमावस्या हैं जिसे हलहारिणी अमावस्या के तौर पर भी जाना जाता हैं। इस दिन इसी के साथ साल का पहला सूर्य ग्रहण भी हैं जो इसके महत्व को बढाने का काम करता हैं। अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में कालसर्प दोष हो तो हलहारिणी अमावस्या के दिन कुछ उपायों की मदद से इससे बचा जा सकता हैं और जीवन को संवारा जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में।

- हलहारिणी अमावस्या पर सुबह स्नान आदि करने के बाद चांदी से निर्मित नाग-नागिन की पूजा करें और सफेद पुष्प के साथ इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। कालसर्प दोष से राहत पाने का ये अचूक उपाय है।

- कालसर्प दोष निवारण के लिए हलहारिणी अमावस्या पर लघु रुद्र का पाठ स्वयं करें या किसी योग्य पंडित से करवाएं। ये पाठ विधि-विधान पूर्वक होना चाहिए।

- हलहारिणी अमावस्या पर गरीबों को अपनी शक्ति के अनुसार दान करें व नवनाग स्तोत्र का पाठ करें।

- हलहारिणी अमावस्या पर सुबह नहाने के बाद समीप स्थित शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर तांबे का नाग चढ़ाएं। इसके बाद वहां बैठकर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें और शिवजी से कालसर्प दोष मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।

- हलहारिणी अमावस्या पर सफेद फूल, बताशे, कच्चा दूध, सफेद कपड़ा, चावल व सफेद मिठाई बहते हुए जल में प्रवाहित करें और कालसर्प दोष की शांति के लिए शेषनाग से प्रार्थना करें।

- हलहारिणी अमावस्या पर शाम को पीपल के वृक्ष की पूजा करें तथा पीपल के नीचे दीपक जलाएं।

- हलहारिणी अमावस्या पर कालसर्प यंत्र की स्थापना करें।