कहा जाता है कि भगवान की भक्ति में शक्ति होती हैं। इस बात को भगवान के भक्त समय-समय पर सिद्ध करते हैं। ऐसे ही एक भगवान शिव के भक्त रामा बाबा को जो भी देखता है वो बस देखता ही रह जाता हैं। शहर के खारुन नदी के किनारे महादेव घाट पर कांटों की शैय्या पर लेटे बाबा को देखकर हर किसी के मुंह से आह शब्द निकल गया साथ ही उसका मन भगवान की महिमा और बाबा की भक्ति के प्रति उसका सर झुक जाता हैं। लोगों ने इन्हें चढ़ावा चढ़ाया और आशीर्वाद लिया। कांटों पर सोने की सिद्धि प्राप्त कर चुके रामा बाबा को अब लोग कांटे वाले बाबा के नाम से जानने लगे हैं।
बिलासपुर के रहने वाले रामा बाबा को उनके परिजनों ने घर से निकाल दिया। वजह थी इनका मस्तमौला स्वभाव। जिसके बाद उन्होंने अपने आपको भगवान के हवाले कर दिया और भगवान की साधना करने लगे।
परिजनों के इस रवैए से क्षुब्ध बाबा ने कांटों का अपना बिस्तर बनाया। बस इसी पर लेटकर ये साधना करने लगे। अब इन्हें कुंभ के मेले और दूसरे बड़े धामिर्क आयोजनों पर देखा जाता है।