Father's Day 2022: पिता-पुत्र के बीच चल रहा विवाद, तो तुरंत करें ये ज्योतिष उपाय

पिता-पुत्र के वैचारिक मनभेद की स्तिथि लगभग हर घर में देखने को मिलती है। लेकिन जब यह मनभेद की सिथति मतभेद के स्वरूप का उग्र रूप ले लेती है, तो पूरे परिवार में कलह के वातावरण से अशानित छा जाती है। वैसे इस मतभेद के बहुत सारे कारण हो सकते है जैसे आर्थिक पक्ष, सम्प्रेषण अन्तराल, समय का अभाव और जनरेसन गैप आदि। ज्योतिष के अनुसार सूर्य पिता का कारक एंव गुरु पुत्र का कारक है। जन्म तालिका में जब ये दोनों ग्रह नीच राशि में, पापी ग्रह के साथ या भाव सनिध में फसे हो तो निश्चय रूप से पिता-पुत्र के बीच विरोध होना संभव है। यह विरोध एक भयावह रूप धारण कर ले उससे पहले इसका समाधान खोजना अनिवार्य है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही है तो आज फादर्स डे के मौके पर हम आपको कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे जिनको करने से लाभ होगा...

पिता की ओर से विरोध

यदि पिता की ओर से विरोध शुरू हुआ है तो आप शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को पुत्र के द्वारा सवा किलो गुड़ को बहते हुये जल में प्रवाति करें। लगातार तीन रविवार ऐसा करने से फायदा होगा।

पीपल के पेड़ की पूजा

पिता प्रत्येक शनिवार को पीपल के पेड़ पर मीठा जल व सरसों के तेल का दीपक जलायें एंव पीपल के पेड़ पर सरसों के तेल की धार गिरानी है। ऐसा करने से पिता-पुत्र के बीच चल रहा विवाद जल्द ख़त्म हो जाएगा

सूर्य देव की पूजा

पुत्र के हाथों नियमित रूप से गुड़ मिश्रित जल सूर्य देव को चढ़ाने से भी विरोध को खत्म किया जा सकता है।

उपहार

रविवार को पुत्र यदि पिता को लाल वस्तु उपहार में दे और शनिवार को पिता पुत्र को कोर्इ नीली वस्तु उपहार में दे को समाधान हो सकता है।

गुड़हल का चमत्‍कार

पुत्र नियमित प्रात:काल गुड़हल फूल डालकर अथवा लाल चन्दन डालक 12 लोटा जल सूर्य देव को चढ़ायें।

गुरुवार को करें


पिता गुरुवार के दिन गाय को 5 केला खिलायें एंव मंदिर में हल्दी दान करने से लाभ होगा।

पीपल का पूजन

यदि गुरु दूषित होने के कारण पुत्र से विवाद चल रहा है, तो नाभि पर केसर लगायें एंव पीपल वृक्ष की हर शनिवार को पूजा करें।

मदार की जड़


यदि पिता से पुत्र का मनमुटाव चल रहा है तो पिता को किसी शुभ मुहूर्त में दाहिनी भुजा में मदार की जड़ धारण करने से मनमुटाव की समस्या समाप्त होती है।