9 जुलाई तक देवगुरु बृहस्पति की इन 4 राशियों पर रहेगी विशेष कृपा, बन सकते हैं अचानक लाभ के योग

देवगुरु बृहस्पति 12 जून को रात 07 बजकर 56 मिनट पर अस्त हो चुके हैं और 9 जुलाई को सुबह 04 बजकर 44 मिनट पर उदित होंगे। ज्योतिषीय दृष्टि से जब कोई ग्रह अस्त अवस्था में होता है, तो उसके शुभ प्रभावों में कमी आ जाती है, लेकिन गुरु की विशेष स्थिति इस बार कुछ राशियों के लिए अनुकूल फल लेकर आ सकती है। इस दौरान ग्रहों की चाल मेष व कुंभ समेत चार राशियों को अचानक तरक्की और लाभ के योग दे सकती है। इन भाग्यशाली राशियों को धन, करियर व व्यापार से जुड़े अच्छे फल मिल सकते हैं। जानें गुरु अस्त की लकी राशियां और उन पर होने वाले प्रभावों के बारे में—

1. मेष राशि – भाग्य का मिलेगा संपूर्ण साथ, रुके काम होंगे पूरे

मेष राशि वालों को गुरु अस्त के दौरान भाग्य का विशेष साथ मिलेगा। लंबे समय से अटके कार्यों में सफलता मिलेगी और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। व्यक्तिगत जीवन में अच्छे परिणाम दिखाई देंगे। प्रोफेशनल लाइफ में स्थिरता आएगी, वहीं रिश्तों में भी मधुरता बढ़ेगी। निवेश करने वालों को अच्छा लाभ मिल सकता है और नई योजनाएं भी सफल हो सकती हैं।

2. कर्क राशि – खर्च होंगे कम, जमा होगी दौलत

कर्क राशि वालों के लिए गुरु अस्त की अवधि धन संचय के लिए उत्तम हो सकती है। इस समय आप अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण पा सकेंगे और बचत की आदतें मजबूत होंगी। करियर में सकारात्मक परिवर्तन संभव हैं और सेहत भी साथ देगी। इसके साथ ही परिवारिक वातावरण सुखद रहेगा। कार्यों में मन लगेगा और सफलता की राह आसान होगी।

3. वृश्चिक राशि – अड़चनें होंगी दूर, वापसी करेगा रुका धन

वृश्चिक राशि वालों के लिए यह समय कई मामलों में टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है। गुरु अस्त के प्रभाव से जीवन में सकारात्मक बदलाव होंगे। सेहत में सुधार होगा और पुराने अटके पैसे की वापसी संभव है। माता-पिता से रिश्ते बेहतर होंगे। हालांकि, प्रेम-संबंधों में संवेदनशीलता बरतना जरूरी होगा। प्रतियोगी परीक्षा देने वालों को भी इस समय अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।

4. मकर राशि – आर्थिक स्थिति में सुधार, यात्रा के बनेंगे योग

मकर राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और पुराने कर्ज से छुटकारा मिल सकता है। इस समय नौकरी या व्यवसाय से आय के नए स्रोत बन सकते हैं। पुराने स्रोत से भी रुपए-पैसे का आगमन होगा जिससे धन की स्थिति सुदृढ़ होगी। कोई शुभ समाचार भी मिल सकता है। संतान पक्ष से सकारात्मक सहयोग मिलेगा और किसी लंबी यात्रा की योजना भी बन सकती है।

डिस्क्लेमर: यह लेख धार्मिक मान्यताओं और पंचांग आधारित जानकारी पर आधारित है। किसी विशेष निर्णय या अनुष्ठान से पहले योग्य पंडित या ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।