हिन्दुधर्म के लोग शगुन और अपशगुन में बहुत ज्यादा विश्वाश रखते है क्यूंकि ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार हमारे आस पास होने वाली घटना अथवा हमारे आस पास में रहने वाले व्यक्ति एवं पशुपक्षी से किसी न किसी तरह का ज्योतिष जुडा होता है। बहुत से व्यक्ति पशु पक्षी के विचरण करने पर भी शगुन या अपशगुन की कल्पना कर लेते है। ऐसे में एक पक्षी है उल्लू जो की कहने को तो माता लक्ष्मी का वाहन होता है लेकिन बहुत से लोगो अथवा ज्योतिष के अनुसार उल्लू का दिखना या कही भी बैठे रहना शगुन या अपशगुन को बताता है। वैसे तो उल्लू का दिखाना ही मुश्किल होता है लेकिन जब भी यह दिखाई दे जाये तो कुछ अच्छा या बुरा दोनों में से कुछ भी हो सकता है। तो आइये जानते है उल्लू के दिखने से क्या शगुन या अपशगुन होते है......
# खंडहर में बदले घर
ऐसा मन जाता है की उल्लू किसी के घर पर बैठना शुरू कर दे, तो वो घर जल्द ही वीरान खंडहर में तब्दील होने वाला होता है। घर पर उल्लू को देखकर तुरंत ये समझ जाना चाहिए कि उस घर के मालिक पर कोई मुसीबत आने वाली है।
# छत पर बैठकर उल्लू बोले उल्लू रात में सफर कर रहे व्यक्ति को एक अलग तरह की आवाज करता मिले तो इसका मतलब कि कुछ अच्छा होना वाला है। लेकिन शास्त्र के अनुसार उल्लू अगर किसी घर की छत पर बैठ कर बोलता है तो उस परिवार में किसी की मौत होने वाली होती है।
# उल्लू का बोलना कब है शुभउल्लू का बायीं ओर बोलना और दिखाई देना शुभ रहता है। वहीं, अगर दाहिने देखा और बोलते हुए सुना जाए तो अशुभ संकेत होता है। अगर किसी मेहमान के पीछे की तरफ उल्लू दिखाई दे तो काम में सफलता मिलने के योग बढ़ जाते हैं।
# उल्लू रोये तो धन की हानि किसी के दरवाजे पर उल्लू तीन दिन तक लगातार रोता है, तो उसके घर में चोरी या डकैती होने की संभावना होती है। अगर ये दोनों चीजें नहीं होती हैं, तो किसी और से तरह से धन की हानि होना निश्चित होता है।