सावन का महीना चल रहा हैं और इस महीने का हिन्दू धर्म में आध्यात्मिक रूप से बड़ा महत्व माना गया हैं। क्योंकि इसी सावन के महीने में भगवान शिव ने माता पार्वती के साथ ब्याह रचाया था और सावन के इस पवित्र महीने में ही भगवान शिव धरती पर आते हैं और अपने भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करते हैं। भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन के महीने में सोमवार को व्रत रखा जाता हैं, जिसके कई फायदे होते हैं। आज हम आपको सावन के सोमवार व्रत का महत्व और इसके लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं, तो आइये जानते हैं।
* सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का दिन होता है और चंद्रमा के नियंत्रक भगवान शिव हैं। अतः इस दिन पूजा करने से न केवल चंद्रमा बल्कि भगवान शिव की कृपा भी मिल जाती है।
* कोई भी व्यक्ति जिसको स्वास्थ्य की समस्या हो, विवाह की मुश्किल हो या दरिद्रता छायी हो अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करता है तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकता है।
* सोमवार और शिव जी के संबंध के कारण ही मां पार्वती ने सोलह सोमवार का उपवास रखा था। सावन का सोमवार विवाह और संतान की समस्याओं के लिए अचूक माना जाता है।
* भगवान शिव की पूजा के लिए और खास तौर से वैवाहिक जीवन के लिए सोमवार की पूजा की जाती है।
* अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह होने में अड़चने आ रही हों तो संकल्प लेकर सावन के सोमवार का व्रत किया जाना चाहिए।
* अगर कुंडली में आयु या स्वास्थ्य बाधा हो या मानसिक स्थितियों की समस्या हो तब भी सावन के सोमवार का व्रत श्रेष्ठ परिणाम देता है।
* सोमवार व्रत का संकल्प सावन में लेना सबसे उत्तम होता है, इसके अलावा इसको अन्य महीनों में भी किया जा सकता है। इसमें मुख्य रूप से शिव लिंग की पूजा होती है और उस पर जल तथा बेल पत्र अर्पित किया जाता है।