Holi 2022 : घर की खुशहाली के लिए लें वास्तु और ज्योतिष की मदद, रखें इन बातों का ध्यान

होली का त्योहार देशभर में बहुत हर्ष और उलास के साथ मनाया जाता हैं, सभी का जोश देखते ही बनता हैं। एक-दूसरे को रंग लगाना और गले लगना, प्यार और सौहार्द को दर्शाता हैं। हिंदू धर्म में रंगो के त्योहार होली का बड़ा महत्व है। होली को सिद्धी रात्रि माना जाता है जिसमें किए गए उपाय नकारात्मकता को दूर करने का काम करते हैं। ऐसे में आप घर की खुशहाली के लिए होली के दिन वास्तु और ज्योतिष की मदद ले सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से मनुष्य कई परेशानियों से मुक्ति पा सकता है। तो आइये जानते हैं इसके बारे में...

पूजा के लिए चुने सही दिशा


वास्तु के अनुसार होली के दिन दक्षिण पूर्व दिशा में पूजा करना शुभ माना जाता है। होली की पूजा घर में कर रहे हैं तो इसे पूजास्थान में करने के बजाय किसी खुले आंगन में करें। होलिका दहन के बाद अग्नि की परिक्रमा करें। इससे घर में नकरात्मक ऊर्जा का नाश होता है।

दिशा के मुताबिक गुलाल का करें इस्तेमाल

घर में अगर होली खेल रहे हैं तो दिशा के अनुसार गुलाल का ही इस्तेमाल करें। अगर आपका घर पूर्वमुखी है तो लाल, हरा, गुलाबी , नारंगी रंग का इस्तेमाल करें। इससे घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी। उतर मुखी घर के लिए आसमानी, पीला और नीला रंग इस्तेमाल करें। यह रंग उतरमुखी घर के लिए शुभ माने गए हैं। वास्तु के अनुसार यह रंग घर में उन्नति और नए अवसरों को बढ़ावा देते हैं।

कौन सा रंग पहने


होली खेलने के लिए गहरे रंग के कपड़ों का इस्तेमाल न करें। सफेद रंग के कपड़े होली के दिन शुभ माने जाते हैं। क्योंकि यह चंद्रमा का प्रतीक होते हैं। सफेद रंग के कपड़े आपके अंदर विनम्रता और सहनशीलता लाते हैं।

होली की राख से दूर होंगी कईं परेशानियां


वास्तु के अनुसार होली की राख को दक्षिण पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इससे नकरात्मक ऊर्जा की समाप्ति होती है। होली की राख को अपने गले और मस्तक पर लगाने से स्वास्थ्य सुख मिलेगा।

शीघ्र विवाह के लिए उपाय


होली की सुबह एक साबूत पान पर साबुत सुपारी एवं हल्दी की गांठ शिवलिंग पर चढ़ाएं तथा पीछे पलटे बगैर अपने घर आ जाएं। यही प्रयोग अगले दिन भी करें। जल्द ही आपके विवाह के योग बन सकते हैं।

पैसा घर में नहीं रुकता तो करें यह उपाय

होली की रात चंद्रमा के उदय होने के बाद अपने घर की छत पर या खुली जगह, जहां से चांद नजर आए, वहां खड़े हो जाएं। फिर चंद्रमा का स्मरण करते हुए चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे तथा कुछ मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें। अब दूध से चंद्रमा को अर्घ्‍य दें। अर्घ्‍य के बाद सफेद मिठाई तथा केसर मिश्रित साबूदाने की खीर अर्पित करें। चंद्रमा से समृद्धि प्रदान करने का निवेदन करें। बाद में प्रसाद और मखानों को बच्चों में बांट दें। फिर लगातार आने वाली प्रत्येक पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध का अर्घ्‍य दें। कुछ ही दिनों में आप महसूस करेंगे कि आर्थिक संकट दूर होकर समृद्धि निरंतर बढ़ रही है।

धन लाभ का उपाय


होलिका दहन से पहले जब गड्ढा खोदें, तो सबसे पहले उसमें थोड़ी चांदी, पीतल व लोहा दबा दें। यह तीनों धातु सिर्फ इतनी मात्रा में होनी चाहिए, जिससे आपकी मध्यमा उंगली के नाप का छल्ला बन सके। फिर जब आप होलिका पूजन को जाएं, तो पान के एक पत्ते पर कपूर, थोड़ी-सी हवन सामग्री, शुद्ध घी में डुबोया लौंग का जोड़ा तथा बताशे रखें। दूसरे पान के पत्ते से उस पत्ते को ढक दें और 7 बार होलिका की परिक्रमा करते हुए ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जप करें। परिक्रमा समाप्त होने पर सारी सामग्री होलिका में अर्पित कर दें तथा पूजन के बाद प्रणाम करके घर वापस आ जाएं। अगले दिन पान के पत्ते वाली सारी नई सामग्री ले जाकर पुन: यही क्रिया करें। जो धातुएं आपने दबाई हैं, उनको निकाल लाएं। फिर किसी सुनार से तीनों धातुओं को मिलाकर अपनी मध्यमा उंगली के माप का छल्ला बनवा लें। 15 दिन बाद आने वाले शुक्ल पक्ष के गुरुवार को छल्ला धारण कर लें। इस उपाय से धन लाभ के योग बनने लगेंगे।

व्यापार में सफलता के लिए करें ये उपाय


यदि किसी व्यक्ति के व्यापार में नुकसान ज्यादा होता है तो होलिकादहन वााले दिन होली के सात उलटे चक्कर लें। इसके बाद आक की जड़ के सात टुकडे होली में फेंक दें। ऐसा आपको तब करना है जब होलिका में आग न लगाई गई हो। आक के टुकड़ों को इस तरह से फेंके की एक भी टुकड़ा होली के बाहर न जाए। ऐसा करने से आपके काम में सरकारी अधिकारी की तरफ से आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं।